अहीर यादव समाज के राधाकृष्ण मंदिर बरखेड़ी में वासुदेव बने पात्रों ने भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमा को टोकरी में रखकर मंदिर परिसर की परिक्रमा लगाई और पालकी निकाली। महिलाओं ने बधाई गीत गाए। समाज के संतोष यादव ने बताया कि इस मौके पर भजन, कीर्तन, कृष्ण जन्म आरती और प्रसाद वितरण किया गया।
गुरु बख्स की तलैया स्थित श्री राममंदिर में रात 12 बजे भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया। अध्यक्ष पं. ओम मेहता सहित पदाधिकारियों एवं भक्तों भगवान की आरती की। श्रीजी मंदिर लखेरापुरा
लखेरापुरा स्थित श्रीजी मंदिर में सुबह भगवान को पंचामृत स्नान कराया गया। इसके बाद मोर चंद्रिका और सोने, मोती से बने आभूषण पहनाए गए।इस बार सांकेतिक तौर पर एक छोटी सी पालकी में भगवान को विराजमान कर मंदिर परिसर में ही भ्रमण कराया गया। मटकी फोड़ का आयोजन भी किया गया।
बांके बिहारी मार्कंडेय मंदिर में बांके बिहारी और प्रियाजी का आकर्षक शृंगार किया गया। इस मौके पर विष्णु सहस्त्रनाम पाठ, भजन कीर्तन हुए और मध्यरात्रि में 12 बजे कृष्ण जन्म मनाया और बधाई गीत हुए। मंगलवार दधी खाना, ग्वाल चमेली उत्सव होगा।
श्रीकृष्ण मंदिर (इस्कॉन-भेल) में पूरे मंदिर परिसर को आकर्षक फूलों से सजाया गया था। इस दौरान हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे, हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे का अखंड कीर्तन चलता रहा। रात्रि 11 बजे भगवान का महाअभिषेक हुआ।
बिड़ला मंदिर के पट सोमवार को सुबह से रात्रि दस बजे तक दर्शनार्थियों के लिए खुले रहे। रात्रि दस बजे के बाद मंदिर बंद कर दिया गया था। मध्यरात्रि में मंदिर के पंडितों द्वारा ही अभिषेक, पूजा अर्चना कर जन्मोत्सव मनाया गया।
आयोजन में लोग सोशल डिस्टेंस और मास्क लगाकर ही शामिल हुए। कोरोना गाइडलाइन का पूरी तरह से पालन किया गया। आयोजन में कोलार हिन्दू उत्सव समिति के तमाम पदाधिकारी अखिलेश शुक्ला, अरुण गोस्वामी, आदित्य नारौलिया, सुनील सिंह, हरीश यादव, स्मिता लुनावत, पूजा चौकसे, ममता राय, दीपिका नारौलिया, प्रीति पांडे, साधना श्रीवास्तव, अर्चना गोस्वामी, कृष्णा सिंह, पुष्पा केवट, सुरेंद्र शुक्ला, संजीव मिश्रा, सुरेंद्र बिष्ट सहित कई पदाधिकारी मौजूद रहे।