भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल की अति सुरक्षित सेंट्रल जेल से 8 आतंकवादियों के भागने के बाद पूरे एमपी में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के आवास की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। सीएम शिवराज सिंह ने इस घटना को गंभीर चूक बताते हुए जांच के आदेश दे दिए हैं। इस घटना की जांच पूर्व डीजीपी नंदन दुबे को सौंपी गई है।
सीएम आवास की ओर आने-जाने वाले हरेक वाहन की सख्त जांच की जा रही है। इसके अलावा भोपाल बार्डर से अन्य शहरों की ओर जाने वाले सभी रास्तों पर नाकेबंदी कर दी गई है।
उज्जैन, जो कि प्रतिबंधित संगठन सिमी (Students Islamic Movement of India) का तथाकथित मुख्यालय रहा है, इंदौर, खंडवा, बुरहानपुर, नरसिंहपुर, आष्टा, सीहोर, विदिशा समेत सभी जिलों में नाकेबंदी बढ़ा दी गई है। मप्र सरकार के अधिकारियों का कहना है कि आतंकियों को हर हाल में खोज लिया जाएगा।
केंद्र सरकार ने मांगी रिपोर्ट
उधर, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मध्यप्रदेश सरकार से इस पूरी घटना पर रिपोर्ट मांगी है। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सुबह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से फ़ोन पर बात कर घटना की जानकारी ली। अभी इंटेलीजेंस टीम, एमपी एटीएस और खुफिया एजेंसियों के अधिकारी भोपाल सेंट्रल जेल में बंद सिमी आतंकियों से पूछताछ कर रहे हैं। भोपाल की सेंट्रल जेल से फरार हुए सिमी के आठ आतंकियों का सुराग देने पर 5-5 लाख रुपए का इनाम घोषित किया गया है।
पहले ही दे दिया था अलर्ट
बताया जा रहा है कि इंदौर से गृह मंत्रालय को एक खुफिया रिपोर्ट भी मिली थी, जिसमें जेल ब्रेक की आशंक जताई गई थी। इस खुफिया रिपोर्ट को गंभीरता से नहीं लिया गया, जिसके चलते सिमी के आतंकी बड़ी वारदात को अंजाम देकर आसानी से जेल से फरार हो गए।
उज्जैन में इसलिए सख्ती
भोपाल जेल से फरार हुए सिमी के आतंकवादियो को लेकर उज्जैन पुलिस को हाई अलर्ट पर रखा गया है। दरअसल सिमी का अघोषित मुख्यालय है उज्जैन जिला। खंडवा जेल से फरार होने वाले आतंकवादियो ने उज्जैन में फरारी काटी थी। भोपाल जेल में आतंकियों को वीआईपी सुविधा मिल रही थी
Hindi News / Bhopal / अलर्ट पर MP, मंत्रियों की सुरक्षा बढ़ी, CM शिवराज बोले गंभीर चूक