scriptमंत्री गोविंद सिंह राजपूत के रिश्तेदारों की बढ़ सकती हैं मुश्किलें, आयकर विभाग खंगाल रहा रिकॉर्ड | mp news Problems may increase for relatives of Minister Govind Singh Rajput Income Tax Department is investigating property records | Patrika News
भोपाल

मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के रिश्तेदारों की बढ़ सकती हैं मुश्किलें, आयकर विभाग खंगाल रहा रिकॉर्ड

MP News: मध्यप्रदेश की सियासत से बड़ी खबर सामने आ रही है। जहां मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के रिश्तेदारों की आयकर विभाग संपत्ति खंगाल रहा है।

भोपालJan 16, 2025 / 02:58 pm

Himanshu Singh

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MP News: मध्यप्रदेश के खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री गोविंद सिंह राजपूत से जुड़ी बड़ी खबर सामने आ रही है। जहां मंत्री के रिश्तेदारों की आयकर विभाग संपत्ति खंगाल रही है। बताया जा रहा है कि गोविंद सिंह राजपूत के साले हिमांचल सिंह राजपूत, पत्नी और बेटे की करीब 195 एकड़ जमीन मिली है। जिसमें करीब 50 एकड़ के करीब जमीन शामिल है। जो कि गोविंद सिंह, उनकी पत्नी और बेटे को दान में दी गई थी।

आयकर विभाग खंगाल रहा जमीनों के रिकॉर्ड


आयकर विभाग की ओर से बेनामी संपत्ति को लेकर संव्यवहार प्रतिषेध अधिनियम 1988 की धारा-21 के तहत जानकारी मांगी थी। सूत्रों का कहना है कि यह जानकारी सागर जिला प्रशासन से आयकर विभाग तक पहुंची थी। राजस्व निरीक्षकों की ओर से गिरहनी, निवारी और कुदरू की जमीनों का रिपोर्ट बनाकर आयकर विभाग को सौंप दी गई है।

एक पते पर अलग नामों से है संपत्ति


हिमांचल सिंह राजपूत खुरई के गिरहनी गांव में रहते हैं। खसरा नं. 1322/2, 1323/2 और 1327/2 की जमीन हिमांचल के नाम पर है। खसरा नं 1322/2 की जमीन गोविंद सिंह राजपूत की पत्नी को 3 अगस्त 2022 को और 1323/2 की जमीन एक ही दिन बाज साल 2022 में दान में दे गई थी। बेटे आदित्य को 1327/2 की जमीन जुलाई 2022 में जान दी गई। जिसे शिकायत के बाद वापस कर दिया गया।
करतार सिंह राजपूत के नाम पर खसरा नं 1322/1/1, 1323/1/1 और 1326 की जमीन है। खसरा नं. 1322/1/1 व 1323/1/1 की जमीन मंत्री राजपूत की पत्नी को 3 अगस्त 2022 में दान में दी गई थी। इसमें 1326 की जमीन बेटे आदित्य को दान कर दी गई थी। इसे भी शिकायत के बाद लौटा दिया गया।
करतार सिंह राजपूत की पत्नी सविता बाई राजपूत ने कल्पना सिंघई से खसरा नं. 1328 की जमीन खरीदी थी। जिसे अगस्त 2022 को गोविंद सिंह राजपूत को दान में दे दिया गया। इसे भी बाद में वापस कर दिया गया था।
करतार सिंह के बेटे प्रथमेश के नाम खसरा नं. 1322/1/2 और 1323/1/2 की जमीन ली गई थी। जिसके बाद इसके गोविंद सिंह के बेटे आकाश को बेच दी गई।

हिमांचल सिंह के बेटे शुभम राजपूत के नाम पर खसरा नं. 1329 की जमीन है। इसे भी गोविंद सिंह राजपूत के बेटे आकाश को बेच दिया गया था।
दरअसल, आयकर विभाग री ओर से 1 अप्रैल 2022 से पहले रजिस्टर्ड संपत्ति की शुरु की गई है। सागर जिला प्रशासन की ओर से संपत्तियों का ब्यौरा भेजा गया है। जिसमें पिछले 10 सालों की फसलों और पैदावार से संबंधित जानकारी शामिल है।

गोविंद सिंह बोले- मुझे इस बारे नहीं है कोई जानकारी


इस पूरे मामले पर गोविंद सिंह राजपूत ने बताया कि मुझे इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है। जमीन का ये काफी पुराना मामला। जमीन दान में दी गई थी और वापस कर दी गई थी। ये पूरी प्रक्रिया लीगल और रजिस्टर्ड तरीके से हुई थी। इसमें न मुझसे न मेरे परिवार वालों से आयकर विभाग ने कोई जानकारी नहीं ली है।

क्यों विवादों में है जमीन


बताया जाता है कि गोविंद सिंह राजपूत को ससुराल से जो जमीन दान में मिली है। वह उनकी पत्नी के भाई हिमाचल सिंह और करतार सिंह ने साल 2021 में कल्पना सिंघई से खरीदा था। जो कि सागर-भोपाल रोड पर भापेल गांव में स्थित है। इस जमीन की कीमत करोड़ों में है। ऐसे मंत्री पर सवाल खड़े हुए थे कि जब ससुराल भोपाल से 80 किमी दूर सागर जिले के गिरहनी गांव में है तो गांव या फिर आसपास की छोड़कर अच्छी-खासी दूरी पर ये जमीन क्यों खरीदी गई।

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