हम प्रतिज्ञा लें
सिंघार ने विधानसभा अध्यक्ष, मुख्यमंत्री एवं संसदीय कार्य मंत्री से आग्रह किया कि हम सब प्रतिज्ञा लें कि इस बार सदन को हम पूरी अवधि तक चलने देंगे। जरूरत पडऩे पर कुछ दिन और सदन की अवधि बढ़ाना पड़े तो हमें बढ़ाना चाहिए। जानता जनार्दन ने हमें विपक्ष का दायित्व दिया है, जानता विरोधी नीतियों का विरोध करना हमारा कर्तव्य है। इस विरोध को हंगामे का नाम देकर सदन का स्थगन कर देना, हमारी जानता का अपमान है।
3 जुलाई को पेश होगा बजट
प्रदेश की मोहन सरकार 3 जुलाई को बजट पेश करेगी। ये मोहन सरकार का पहला और प्रदेश का पूर्ण या अंतरिम बजट होगा।
11 विधेयक लाने की तैयारी
विधानसभा के इस मानसून सत्र में राज्य सरकार द्वारा 11 विधेयक सदन में पेश किए जाने की तैयारी है। इसमें खुले नलकूप में बच्चों के गिरने से होने वाली दुघर्टनाओं की रोकथाम एवं सुरक्षा विधेयक, प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों में एकरूपता लाने के लिए विवि अधिनियम 1973 में संशोधन, मप्र स्थानीय प्राधिकरण निर्वाचन अपराध 1964 संशोधन विधेयक, मध्यप्रदेश नगर पालिका संशोधन विधेयक, मप्र सुधारात्मक सेवाएं एवं बंदीगृह विधेयक प्रमुख हैं। हालांकि इन विधेयकों में से कुछ की सूचना राज्य सरकार की ओर विधानसभा सचिवालय को नहीं दी गई है। सचिवालय को यही बताया गया है कि महत्वपूर्ण विधयेक पेश होंगे। विवि संशोधन विधेयक एवं नगर पालिका संशोधन अध्यादेश सोमवार को सदन में पेश होंगे। ये अध्यादेश विधेयक का रूप लेंगे। उधर, दल बदलने वाले राम निवास रावत और निर्मला सप्रे अब सदन में कांग्रेस सदस्यों के साथ नजर नहीं आएंगे। बैठक व्यवस्था बदली गई है।
बदली दिखेगी विपक्ष की बैठक व्यवस्था
इस बार सदन में विपक्षी दल कांग्रेस की बैठक व्यवस्था भी बदली नजर आएगी। फ्रंट की चौथी सीट पर जहां रामनिवास रावत बैठते थे, वहां अब जबलपुर पूर्व से विधायक लखन घनघोरिया बैठेंगे। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के बाद दूसरी सीट पर पूर्व सीएम कमलनाथ और तीसरी सीट पर अजय सिंह बैठे नजर आएंगे।