आपको बता दें कि, सरकारी नियमों के अनुसार, मध्य प्रदेश में अल्पावधि फसलों के लिए अभी फसल चक्र 4 से 6 महीने का है। लंबी अवधि की फसलों के लिए 8 से 9 महीने का है। बैंक अल्पावधि फसलों का कर्ज चुकाने के लिए दो फसल चक्र की समय सीमा देती है, जबकि लंबी अवधि की फसलों के लिए एक फसल चक्र की मोहलत देती है। सरकार की इस व्यवस्था के लागू होने के बाद मध्य प्रदेश के डिफाल्टर किसानों की संख्या में कमी आएगी। मध्य प्रदेश में एक करोड़ से अधिक किसान है, इनमें से करीब 30 हजार किसानों का नाम डिफॉल्टर की सूची में है।
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कमलनाथ ने भी किया कर्जमाफी का वादा
सदन में किसान कर्जमाफी को लेकर हंगामे के बाद पीसीसी चीफ और पूर्व सीएम कमलनाथ ने फिर किसान कर्ज़ माफी का वादा दोहराया है। कमलनाथ ने ट्वीट कर लिखा- कहा वचन देता हूं कि, हम किसान कर्ज माफी के काम को पूरा करेंगे और सुखी अन्नदाता का लक्ष्य हासिल करेंगे। मैंने मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद 2 घंटे में कर्ज माफी का निर्णय लेकर 27 लाख किसानों का कर्ज माफ किया था। मैं वचन देता हूं कि हम अपने किसान कर्ज माफी के ऐलान को पूरा जरूर करेंगे।
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