इसकी शुरुआत कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर में सुबह 11.30 बजे होगी, यह मंथन शाम तक चलेगा। इससे पहले मंत्रालय में कैबिनेट बैठक होगी, इसमें केंद्र की धरती आबा योजना से जुड़े प्रस्तावों पर चर्चा होगी। प्रशासनिक मुखिया रखेंगे अपनी राय सरकार के सामने विभागों के प्रशासनिक मुखिया लेखा-जोखा पेश करेंगे। इसमें सीएम तो राय रखेंगे ही, साथ में दूसरे विभाग के मंत्री भी अपने भी सुझाव दे सकेंगे।
नई योजनाएं भी ले सकती हैं आकार
प्रस्तावित मंथन मुख्यमंत्री, मंत्रियों, मुय सचिव और विभाग के एसीएस व सीएस के बीच होगा। हर विभाग पर विस्तार से मंथन होगा। मुख्यमंत्री, मंत्री और अफसरों में वन-टू-वन चर्चा होगी। केंद्र व राज्य की महत्वाकांक्षी योजनाओं की समीक्षा के साथ प्रस्तावित योजनाओं पर भी नए सिरे से विमर्श होगा। कामकाज के स्वमूल्यांकन के साथ सरकार गति बढ़ाने पर भी विचार करेगी।
सीएस कान्फ्रेंस का विवरण रखेंगे
हाल में राज्यों के मुख्य सचिवों की कान्फ्रेंस में पीएम नरेंद्र मोदी ने संबोधित किया। इसमें राज्यों के लिए जरूरी बातें थीं। इसका विवरण भी सरकार के सामने रखा जाएगा।