उमा भारती के ट्वीट
बुधवार को उमा भारती ने एक के बाद एक पांच ट्वीट किए जिनमें से पहले ट्वीट में उन्होंने लिखा कि मैं अभी दिल्ली में हूं, एक प्रतिष्ठित समाचार पत्र से जानकारी हुई कि मेरे भाई जबलपुर की पाटन विधानसभा से विधायक श्री अजय विश्नोई जी ने भी खुलेआम नई शराब नीति का विरोध किया है। दूसरे ट्वीट में उमा ने लिखा कि शराब एवं नशा यह राजनीतिक विषय नहीं हैं, सामाजिक विषय हैं। इस पर सबको बोलने का अधिकार है एवं ऐसे विषय पर फैसले लेते समय सामाजिक परामर्श लेना बहुत जरूरी होता है। जबकि तीसरे ट्वीट में उमा ने लिखा कि किसानों के बारे में जो कानून बने थे, मोदी जी ने अपना बड़प्पन दिखाया और किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए किसान कानून वापस लिए, यह मोदी जी के बड़प्पन एवं महानता की जीत थी।
उमा भारती ने अपने चौथे ट्वीट में लिखा कि अभी 5 दिन पहले मेरी एवं शिवराज जी की एक घंटे आमने-सामने बैठकर बातचीत हुई है। मैंने उन्हें सुझाव दिया कि पूर्ण शराबबंदी का आग्रह हम नहीं कर रहे हैं बल्कि क्रमिक शराबबंदी से फिर पूर्ण शराबबंदी की ओर बढ़ना चाहिए। पांचवे ट्वीट में उन्होंने लिखा मैंने उनसे कहा है कि प्रदेश की महिलाएं एवं शराब खोरी के खिलाफ सामाजिक लोग इतना तो चाहते ही हैं कि मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारे, जिनालय, बौद्ध मंदिर किसी भी धार्मिक स्थान के 500 मीटर के दायरे में कोई भी शराब की दुकान या अहाता नहीं होना चाहिए। स्कूल, अस्पताल, शिक्षण संस्थान इन से भी 500 मीटर की दूरी के अलावा, जब तक यह संस्थान खुले हैं तब तक, शाम तक कोई भी शराब की दुकान व अहाता वहां पर बंद रहना चाहिए।घर में 11 बोतल ले जाने की अनुमति एवं एक के बदले में एक मुफ्त बोतल दिए जाने की नीति से तो घर, गली, मोहल्ला, शराब से सराबोर हो जाएंगे तथा खुले में बैठकर सामूहिक रूप से शराब पीने के अहाते तो आबादी से बहुत दूर कहीं एकांत स्थानों पर होना चाहिए।
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने छठे ट्वीट में लिखा शराब पीकर गाड़ी चलाना या सड़क पर पैदल चलना, दंडनीय अपराध हो। इतने कदम सरकार उठाए, फिर हम समीक्षा करते हुए धीरे-धीरे शराबबंदी की ओर बढ़ें । सातवें और आखिरी ट्वीट में उमा भारती ने शिवराज जी ने कहा कि वह इस विषय पर आवश्यक परामर्श करके कोई निर्णय लेंगे। इस नई शराब नीति से खासकर महिलाएं एवं लड़कियां भौंचक्के हैं, वह हमसे इस तरह की अपेक्षा नहीं रखते हैं।
5 दिन बाद सीएम से हुई मुलाकात का जिक्र
उमा भारती ने खुद ट्वीट कर बताया है कि उनकी पांच दिन पहले सीएम शिवराज सिंह चौहान से वन-टू-वन मुलाकात हुई और करीब 1 घंटे तक दोनों के बीच बातचीत हुई। लेकिन हैरानी की बात ये है कि इस मुलाकात के बारे में जहां एक तरफ उमा भारती को पांच दिन लग तो वहीं सीएम शिवराज की तरफ से तो अभी तक उमा भारती से हुई मुलाकात का जिक्र ही नहीं किया गया है और न ही उनकी तरफ से इसे लेकर कोई ट्वीट किया गया है। जबकि बता दें कि सीएम के कार्यक्रम या फिर उनकी बड़ी राजनीतिक हस्तियों से मुलाकात की तस्वीरें अक्सर ट्विटर पर साझा होती रहती हैं।
आखिर क्या है 5 दिन का चक्कर ?
ये पहली बार नहीं है जब सीएम शिवराज से हुई मुलाकात या बातचीत को बताने में उमा भारती को पांच दिन का वक्त लगा हो। कुछ दिन पहले जब उमा भारती ने ट्वीट कर ये बात कही थी कि भाई (सीएम शिवराज) ने उन्हें अनबोला कर दिया है तो उसी दिन सीएम शिवराज ने फोन पर उमा भारती से करीब 20 मिनिट तक बातचीत की थी। लेकिन इस बात को बताने भी उमा भारती को पांच दिन का वक्त लग गया था और पांच दिन बाद उन्होंने ट्वीट कर सीएम शिवराज से हुई मुलाकात के बारे में ट्वीट कर जानकारी दी थी।
शराब दुकान पर पत्थर फेंक उमा ने दिखाया था रौद्र रूप
बता दें कि मध्यप्रदेश में शराब बंदी की मांग कर रही उमा भारती ने बीते दिनों भोपाल में एक शराब की दुकान में पत्थर मारकर अपना रौद्र रूप दिखाया था। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ था और इसके बाद तो प्रदेश के कई हिस्सों में शराब दुकानों के सामने महिलाओं के प्रदर्शन का सिलसिला भी शुरु हो गया था।