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अब बताना होगा OTP
इन सबके बीच सरकार ने कोविन पोर्टल पर महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। इनमें कई खामियों को दूर करते हुए वहीं कुछ ऐसी सुविधाएं भी दी गई हैं, जिससे लोगों का काम आसान होगा। अब वैक्सीन रजिस्ट्रेशन के बाद अगर आप अपॉइंटमेंट बुक करते हैं तो आपके मोबाइल नंबर पर 4 अंकों का एक OTP आएगा। इस OTP को आपको वैक्सीनेशन सेंटर पर दिखाना होगा। इससे ये वेरिफाई हो सकेगा कि ये अपाइंटमेंट आपने ही बुक किया था। इसके साथ ही इससे वैक्सीनेशन के डाटा में भी गड़बड़ी नहीं होगी।
कोड पर ही मिलेगा सर्टिफिकेट
चार अंकों का यह सिक्योरिटी कोड अपॉइंटमेंट एकनॉलेजमेंट स्लिप पर भी प्रिंट किया जाएगा, लेकिन इसकी जानकारी वैक्सीनेटर या ऑपरेटर को नहीं होगी। अपॉइंटमेंट मिल जाने के बाद इस कोड को यूजर के मोबाइल फोन पर एसएमएस के जरिए भी भेजा जाएगा। पोर्टल पर कोड की एंट्री के बाद ही डिजिटल सर्टिफिकेट जेनेरेट होगा।
हो रही थी कई गड़बड़ियां
बीते कई दिनों से देखा जा रहा था कि रजिस्ट्रेशन के बाद लोग दी हुई तारीख पर टीकाकरण केंद्र पर नहीं पहुंचे, लेकिन उनके पास टीकाकरण हो जाने का मैसेज आ गया। इस तरीके की काफी शिकायतें मिल रही थीं। इसी को दूर करने के लिए सिक्योरिटी कोड को अनिवार्य किया गया है। बीती 8 मई से यह व्यवस्था लागू हो गई है। इसके बाद बिना कोड के टीका नहीं लग पाएगा।
हुए हैं ये बदलाव
– वैक्सीनेशन अपॉइंटमेंट के लिए पिनकोड या जिला एंटर करेंगे तो उसके बाद आपके सामने 6 नए ऑप्शन ओपन होंगे।
– इन ऑप्शंस के द्वारा आप एज ग्रुप (18+ या 45+), वैक्सीन का प्रकार (कोवीशील्ड या कोवैक्सिन), फ्री या पेड वैक्सीन चुन सकेंगे।
– जानकारी के लिए बता दें कु पहले वैक्सीन लगवाने के बाद मैसेज आने पर पता चलता था कि आपको कौन सी वैक्सीन लगाई गई है। लेकिन इस सुविधा के जरिए आपको सारी जानकारी पहले ही मिल जाएगी।
– अब आप पहले ही देख लेंगे कि मुझे जो वैक्सीन लगवानी है, वो कहां और कब उपलब्ध है और उस हिसाब से आप अपने लिए स्लॉट बुक कर सकेंगे।