मध्यप्रदेश के कई जिलों टमाटर का खूब उत्पादन होता है। यहां की मंडियों से यह टमाटर दिल्ली और मुंबई जाता है। उसके बाद वहां से पाकिस्तान पहुंचता है। राज्य के रतलाम, झाबुआ, खरगोन, शाजापुर और धार जिले में टमाटर का उत्पादन सबसे ज्यादा होता है। इन्हीं जिलों का टमाटर पाकिस्तान पहुंचता है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार व्यापारिक संबंध टूटने के बाद भारत से टमाटर की सप्लाई पाकिस्तान में नहीं हो रही है। पहले हर दिन करीब पचास से सौ ट्रक टमाटर पाकिस्तान जाता था।
पाकिस्तान के लोगों को मध्यप्रदेश के पेटलावाद का टमाटर सबसे ज्यादा पसंद है। यहां टमाटर की अच्छी उत्पादन होती है। यहां के टमाटर चटक लाल रंग के होते हैं। इन टमाटर के खट्टे-मीठे स्वाद की वजह से इसे पाकिस्तान में खूब पसंद किया जाता है। एक टमाटर का वजन 50 से 150 ग्राम का होता है। साथ ही दूसरे जगह के लिए यह अनुकूल होता है।
बताया जाता है कि मध्यप्रदेश के पेटलावाद से टमाटर पर दिल्ली मंडी पहुंचता है। यहां से पठानकोट के रास्ते ट्रक से पाकिस्तान भेजाता है। लेकिन अभी वहां हिंदुस्तान से टमाटर की सप्लाई नहीं हो रही है। अगर ज्यादा दिनों तक टमाटर वहां नहीं पहुंचा तो पाकिस्तान टमाटर खाने के लिए तरसेगा।