राजस्थान के पाली से किया गिरफ्तार
नामी ज्वेलर के साथ बड़े ही शातिर ढ़ंग से की गई लाखों की शिकायत मिलने के बाद एडीजी राज्य साइबर सेल योगेश देशमुख ने एसपी वैभव श्रीवास्तव को टीम गठित करने के निर्देश दिए थे। जिसके बाद साइबर सेल की तकनीकी टीम ने दो दिन में आरोपी सुरेश कुमार की लोकेशन ट्रेस कर ली और उसे पाली राजस्थान से दबोच लिया। उसके पास से एक लाख रुपए नकद, मोबाइल फोन, सिम और डेबिट कार्ड भी बरामद किया है।
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देशभर के कई राज्यों में की ठगी
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक आरोपी सुरेश कुमार पर राजस्थान समेत अन्य राज्यों में 60 प्रकरण दर्ज हैं। कुछ दिन पहले ही वह एक साल की सजा काटकर जेल से छूटा था और इसके बाद उसने फिर ठगी शुरू कर दी थी। पूछताछ में खुलासा हुआ कि आरोपी ने राजस्थान में पूर्व कलेक्टर और पूर्व मंत्री बनकर भी कई लोगों के साथ ठगी की थी। वह इनके नाम से लोगों को फोन कर वसूली करता था। आरोपी वीआइपी नंबर का उपयोग करता था, जिससे पीडि़तों को उसकी पहचान पर शक न हो। मध्यप्रदेश साइबर सेल की टीम जब उसे पकड़ने के लिए पहुंची तो वो सामान समेटकर भाग चुका था। स्टेशन पर भी उसने खुद का चेहरा तौलिए से ढंग रखा था। हालाकि उसके हाव भाव के कारण टीम को उस पर शक हुआ और उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
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आठवीं तक पढ़ाई पर अंग्रेजी बोलता है फर्राटेदार
एडीजी योगेश देशमुख ने बताया कि आरोपी सुरेश आठवीं तक ही पढ़ा है, पर फर्राटेदार अंग्रेजी बोलता है। इससे उसके एजुकेशन का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता। साइबर ठगी का तरीका उसने जोधपुर जेल में बंद नाइजीरियन ठग से सीखा था। सुरेश के टारगेट पर वे ज्वेलर होते थे, जिनके यहां इनकम टैक्स की रेड हुई थी। हालांकि मप्र में उसने पहली वारदात की थी और उसमें ही वह पकड़ा गया।
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