राजधानी में दो सौ से ज्यादा लो फ्लोर बसें संचालित हैं। हर रोज एक लाख से ज्यादा यात्री इनमें सफर करते हैं। इनमें 25 हजार से ज्यादा ऐसे हैं जो पास के जरिए यात्रा करते हैं। कार्ड की तरह इनके लिए कार्ड बनाए गए हैं। मोबाइल फोन की तरह इन्हें रिचार्ज किया जा सकता है। यात्रियों के मुताबिक इसमें कुछ रिचार्ज के दाम बढ़ गए हैं।
कोरोनाकाल के दौरान बसों का संचालन बंद हो गया था। स्थिति सामान्य होने के बाद संचालन शुरू हो गया लेकिन पास की सुविधा पहले की तरह बहाल नहीं हो पाई। वर्तमान में एक महीने के लिए आठ सौ रुपए में कॉमन पास बनाया जाता है। इसके अलावा बस संचालकों ने अपने स्तर पर अलग-अलग रूट पर अलग सुविधा मुहैया करा रखी हैं।
गौरतलब है कि तीन ऑपरेटर के जरिए लो फ्लोर बसों का संचालन हो रहा है। बीसीएलएल के जरिए इसकी मॉनीटरिंग की जाती है। रियायती दर पर स्टूडेंट, बुजुर्गों और महिलाओं के लिए जिस तरह पहले सुविधा वह बहाल करने यात्री कई बार मांग कर चुके हैं। इस संबंध में नगर निगम को ज्ञापन भी दिया जा चुका है।
बीकॉम फायनल इयर के विद्यार्थी विवेक जैन ने बताया कि विदिशा से यहां पढ़ने आए हैं। कॉलेज जाने के लिए लो फ्लोर बस का ही उपयोग करते हैं। पहले यह किफायती थी। अब महंगा पड़ रहा है। सुधीन पांडे व्यापारी है। बस से ही हर रोज दुकान आते जाते हैं। इन्होंने बताया लॉकडाउन के दौरान मंथली पास बाकी थी। पैसा रिफंड नहीं किया गया है।