ग्वालियर लोकसभा सीट Gwalior Lok Sabha Seat पर पूर्व विधायक प्रवीण पाठक को कांग्रेस का प्रत्याशी घोषित किया गया है। इसके विरोध में ग्वालियर शहर कांग्रेस जिला अध्यक्ष देवेंद्र शर्मा ने अपने पद से इस्तीफा देने की बात कही। उन्होंने मीडिया से बातचीत में यह ऐलान किया। देवेंद्र शर्मा ने साफतौर पर कहा कि प्रवीण पाठक को प्रत्याशी बनाने का उन्होंने विरोध किया था लेकिन पार्टी ने इसे दरकिनार उन्हें ही टिकट दे दी।
देवेंद्र शर्मा के इस बयान के बाद ग्वालियर कांग्रेस में हड़कंप सा मच गया। देवेंद्र शर्मा का कहना है कि वे प्रवीण पाठक की उम्मीदवारी का शुरु से ही विरोध कर रहे हैं। इसके लिए कई दिन पहले पार्टी हाईकमान को पत्र भी लिख चुके हैं। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी और केसी वेणुगोपाल को लिखे पत्र में स्पष्ट कह दिया था कि पाठक को उम्मीदवार बनाया तो हम काम नहीं कर सकेंगे।
ग्वालियर शहर कांग्रेस जिला अध्यक्ष शर्मा के अनुसार वे अकेले प्रवीण पाठक से नाराज नहीं हैं बल्कि अधिकांश कांग्रेसी कार्यकर्ता उनके रवैए से असंतुष्ट हैं। पाठक कभी कांग्रेस की बैठक में नहीं आते, किसी धरना या विरोध प्रदर्शन में हिस्सा नहीं लेते। वे सीधे टिकट ले आते हैं।
देवेंद्र शर्मा ने आरोप लगाया कि विधायक के पूरे कार्यकाल में प्रवीण पाठक कांग्रेस के किसी विरोध प्रदर्शन में शामिल नहीं हुए। इससे कांग्रेस के आम कार्यकर्ता उनसे नाराज हैं। नेतृत्व को यही बात बताई गई थी लेकिन पाठक को ही टिकट दे दिया गया।
चुनाव के बाद देंगे इस्तीफा
हालांकि देवेंद्र शर्मा ने कहा है चुनाव के दौरान वे पार्टी का काम करेंगे, लेकिन बाद में इस्तीफा दे देंगे। शर्मा का यह भी कहना कि अब काम करने का मन नहीं है, लेकिन चुनाव में पार्टी की जिम्मेदारी से नहीं भाग सकते।
इससे पहले लोकसभा चुनाव Lok Sabha Elections 2024 में मुरैना सीट से सत्यपाल सिकरवार को प्रत्याशी बनाने पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विधायक रामनिवास रावत ने सवाल उठाए थे। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए प्रत्याशियों के चयन पर जमकर तंज भी कसे थे।