देखें सभा स्थल से #Live 3.50 PM -जैसे दिल्ली के लोगों ने दिल्ली की राजनीति बदल दी, ऐसे ही मध्यप्रदेश की जनता को मप्र की राजनीति बदलना है। -केजरीवाल ने कहा कि यदि आप भ्रष्टाचार चाहते हैं तो भाजपा को वोट दे देना। नहीं तो आम आदमी पार्टी की सरकार बनाना।
-केजरीवाल ने आम जनता से कहा कि क्या मध्यप्रदेश में आम आदमी 230 सीटों पर चुनाव लड़े। 3.45 PM -मैं आप से पूछना चाहता हूं कि मध्यप्रदेश से भ्रष्टाचार दूर होना चाहिए।
-अगर ढाई साल में दिल्ली का विकास हो सकता है तो 15 सालों में मध्यप्रदेश का विकास क्यों नहीं हो सकता है। -मध्यप्रदेश के अस्पतालों के बारे में कहा कि जर्जर हालत में है। दिल्ली में सारे टेस्ट इलाज और सारी दवाएं मुफ्त कर दी। डाक्टर टाइम पर पहुंचते हैं।
-दिल्ली के सरकारी स्कूलों में स्वीमिंग पूल बन रहे हैं। सुविधाएं बढ़ रही है। -मप्र के सरकारी स्कूलों की हालत खराब है। -पूरे देश में सबसे सस्ती बिजली दिल्ली में मिलती है। क्या आप भी सबसे सस्ती बिजली चाहते हैं। मप्र के लोगों का क्या गुनाह है कि इन्हें बिजली महंगी मिलती है।
-शिवराज सरकार चुप क्यों हैं। -केजरीवाल बोले- दिल्ली के लोग मध्यप्रदेश से बिजली खरीदते हैं और मध्यप्रदेश में 1370 रुपए बिजली का बिल आता है। 3.30 PM केंद्र सरकार का सर्वेः दिल्ली में 81 प्रतिशत कम हुआ करप्शन
केंद्र की भाजपा सरकार ने सर्वे कराया। सेंट्रल विजिलेंस कमिशन (सीवीसी) ने सर्वे किया उसी में निकलकर आया कि भाजपा की केंद्र सरकार में 67 प्रतिशत करप्शन बढ़ गया और दिल्ली की ढाई साल वाली सरकार में 81 प्रतिशत करप्शन कम हो गया।
-आजादी के बाद एक भी सरकार बता दो जिसने ढाई साल के भीतर 81 प्रतिशत करप्शन कम कर दिया।
ईमानदारी के लिए बनी पहचान
आज आम आदमी पार्टी की पहचान ईमानदारी के लिए होती है। दुनिया में चर्चे हो रहे हैं। व्यापमं पर बोले केजरीवाल
-मध्यप्रदेश का नाम सुनते ही सबसे पहले नाम व्यापमं घोटाला। मध्यप्रदश के आठ करोड़ लोगों का अपमान किया है। भ्रष्टाचार का अड्डा बना दिया।
-व्यापमं घोटाले में 40 साल से अधिक बच्चों की मौत हो गई। जिनकी मौत हुई जिनका कत्ल किया गया,उनका क्या कसूर था। वे पेपर देने गए थे, पढ़ना चाहते थे। मंत्री, अफसर नेताओं ने भ्रष्टाचार किया उन्हें कोई नहीं पकड़ रहा है, लेकिन बच्चों को कत्ल कर दिया गया।
-मध्यप्रदेश की 15 साल की सरकार और दिल्ली की ढाई साल की सरकार की तुलना कर लीजिए। किसने कितना काम किया।
-मध्यप्रदेश में स्टूडेंट,टीचर्स, किसान, महिलाएं, आदिवासी व्यापारी खुश हैं क्या? मध्यप्रदेश सरकार का बच्चा-बच्चा दुखी है। मध्यप्रदेश की 15 साल की सरकार ने मध्यप्रदेश को चूसने के अलावा कुछ नहीं किया।
दिल्ली का भी यही हाल था। शीला दीक्षित की भी सरकार 15 साल रही थी। फिर दिल्ली के लोगों ने अन्ना आंदोलन हुआ था। सारे देश के लोग सड़क पर उतर आए, भ्रष्टाचार के खिलाफ जो आंदोलन हुआ उससे एक पार्टी निकली जिसका नाम आम आदमी पार्टी है।
-दिल्ली के लोगों ने कांग्रेस और भाजपा की जुगलबंदी को तोड़ दिया। क्योंकि कांग्रेस से तंगहुए तो भाजपा को वोट दिया और भाजपा से तंग हुए तो कांग्रेस को वोट दे देते थे। अब दिल्ली के लोगों ने दोनों को ही उखाड़ के फेंक दिया।
3.20 PM -मध्यप्रदेश में किसानों और मजदूरों की हालत बदतर हो गई है। अगर दिल्ली में लोगों को साढ़े13 हजार मजदूरी मिल सकती है तो मध्यप्रदेश में क्यों नहीं मिल सकती। -राय ने कहा कि शिवराज सिंह नर्मदा में अपने पार धोने गए थे, वहीं
दिग्विजय सिंह भी नर्मदा में अपने पाप धोने गए हुए हैं।
-इस देश में जिस की कोई आवाज नहीं सुनना चाहता उसके साथ खड़ी होने वाली है आम आदमी। उनके हक की आवाज उठाने वाली है आम आदमी पार्टी। -दिल्ली सरकार के कैबिनेट मंत्री गोपाल राय का संबोधन शुरूः
3.05 PM शिवराज सरकार को उखाड़ फेंकना है -आलोक अग्रवाल बोले- 2018 में शिवराज सरकार को उखाड़ छोड़ना है। एक साल के लिए इस हवन में कूद जाना है। नौकरी छोड़ दो, पढ़ाई छोड़ दो चाहे अपना घर छोड़ दो, नहीं तो आने वाली पीढ़ी को मुंह नहीं दिखा पाएंगे।
3.00 PM -हम शिवराज सरकार के अंत का शंखनाद कर रहे हैं। -कांग्रेस से किए सवालः यदि ज्योतिरादित्य सिंधिया को सीएम पद का उम्मीदवार बनाते हैं तो हम पूछेंगे जब केद्र सरकार में वे ऊर्जा मंत्री थे तो उनके कार्यकाल में टूजी स्पेक्ट्रम घोटाला क्यों हुआ। वहीं बैतूल में किसानों पर जो गोलियां चलीं वो क्यों चलाई गईं।
2.45 PM -दिल्ली की योजनाओं से की मध्यप्रदेश की तुलना। बोले- जो सुविधाएं दिल्ली की आप सरकार दे सकती है तो मध्यप्रदेश सरकार क्यों नहीं देती। -आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और मध्यप्रदेश के संयोजक आलोक अग्रवाल का संबोधन।
-स्वागत का दौर जारी। 2.30 PM भेल के दशहरा मैदान पर पहुंचे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल। मध्यप्रदेश के संयोजक राष्ट्रीय प्रवक्ता आलोक अग्रवाल, और दिल्ली के कैबिनेट मंत्री गोपाल राय भी उनके साथ मौजूद हैं।
2.20 PM -सभा स्थल पर आम आदमी पार्टी के समर्थक कर रहे हैं इंतजार। -करीब तीन से चार हजार लोग ही जुट पाए। -एक लाख से अधिक लोगों को एकत्र करने का लक्ष्य था।
2.00 PM -अरविंद केजरीवाल वीआईपी गेस्ट हाउस से बाहर निकले। तबीयत ठीक होने पर भेल दशहरा मैदान के लिए रवाना। डेढ़ घंटे विलंब से शुरू होगी सभा। 1.30 PM डाक्टरों का दल अरविंद केजरीवाल की जांच करतारहा।
12.40 PM -तबीयत बिगड़ने से सभा स्थल पर अब तक नहीं जा पाए केजरीवाल। -वीआईपी गेस्ट हाउस में अरविंद केजरीवाल का स्वास्थ्य बिगड़ा। -शुगर बढ़ने से केजरीवाल रुके हैं गेस्ट हॉउस में।
-सुबह हुआ था शुगर चेकअप। -दोबारा शुगर चेकअप के बाद रवाना होंगे सभा स्थल। -1 बजे होना था दशहरा मैदान अब देरी से निकलेंगे केजरीवाल। 10.30 AM -आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता केजरीवाल से मिलने गेस्ट हाउस पर मौजूद थे।
-दिल्ली के कैबिनेट मंत्री गोपाल राय भी वीआईपी गेस्ट हाउस पहुंच गएथे। केजरीवाल भोपाल पहुंचे अरविंद केजरीवाल शनिवार रात 10 बजे भोपाल पहुंच गए थे। वे वीआईपी गेस्ट हाउस में ठहरे हुए हैं। सुबह उनकी शुगर बढ़ जाने के कारण तबीयत नासाज रही। इस कारण वे सभा स्थल पर विलंब से पहुंचे।
यह है रैली के मुख्य मुद्दे वे मध्यप्रदेश के मध्यप्रदेश के ढाई लाख संविदा कर्मचारी, 24 हजार दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी और एक लाख 80 हजार शिक्षाकर्मी समेत दिहाड़ी, ठेका श्रमिकों के बहाने शिवराज सरकार को घेरने की तैयारी में है। इसके अलावा भ्रष्टाचार, नोटबंदी, काला धन और मध्यप्रदेश के बहुचर्चित व्यापमं मामला।
पिछली सभा में लगाए थे कई आरोप इससे पहले पिछले साल भी वे मध्यप्रदेश में सभा कर चुके हैं और उन्होंने शिवराज सरकार से लेकर मोदी सरकार तक अनेक आरोप लगाए थे। उन्होंने पिछली सभाओं में कहा था कि वे शिवराज सरकार और मोदी सरकार के खिलाफ अनेक खुलासे करेंगे।
230 सीटों पर चुनाव लड़ने की योजना
सूत्रों के मुताबिक आम आदमी पार्टी की मध्यप्रदेश में इस दस्तक से माना जा रहा है कि आम आदमी पार्टी मध्यप्रदेश की 230 सीटों पर चुनाव लड़ने की योजना पर काम कर रही है। इसी सिलसिले में अरविंद केजरीवाल भोपाल आए हुए हैं।
शिवराज सरकार की नाक में दम कर सकती है आप
आम आदमी पार्टी को हाल ही में दिल्ली की बवाना विधानसभा सीट पर जीत मिलने से उसे बूस्ट मिला है। इसी से उत्साहित होकर पार्टी अब हिन्दी भाषी राज्यों में घुसपैठ की योजना पर काम कर रही है। हालांकि दिल्ली के बाहर कहीं भी आम आदमी पार्टी का प्रभाव नहीं है, फिर भी यह पार्टी मध्यप्रदेश में शिवराज सरकार की नाक में दम कर सकती है।
पूरे दमखम के साथ उतरेगी पार्टी आम आदमी पार्टी अब मध्यप्रदेश में मध्यप्रदेश में 2018 होने जा रहे इलेक्शन में पूरे दमखम के साथ उतरने के मूड में है। आम आदमी पार्टी (आप) के मध्यप्रदेश संयोजक आलोक अग्रवाल के मुताबिक मध्यप्रदेश में इस वक्त 2,66,072 संविदा कर्मचारी हैं, जिन्हें कम वेतन दिया जा रहा है। इसी प्रकार 24 हजार दैनिक वेतनभोगी और एक लाख 80 हजार शिक्षाकर्मियों को भी कम वेतन दिया जा रहा है। इसी प्रकार अतिथि शिक्षकों को मजदूरों से भी कम वेतन दिया जा रहा है। मध्यप्रदेश सरकार न 36 हजार 535 संविदा कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया। सरकार खुलेआम कर्मचारियों का शोषण कर रही है। जो भी अपने हक की आवाज उठाता है उसे नौकरी से निकाल दिया जाता है। आम आदमी पार्टी इन्हीं शोषित वर्ग के लिए संघर्ष करेगी।
अग्रवाल ने बताया कि जिस प्रकार दिल्ली की सरकार ने दिहाड़ी और ठेका कर्मचारियों को सुविधाएं दी हैं, उसी प्रकार की सुविधाएं मध्यप्रदेश में दी जाए,उसकी मांग उठाई जाएगी। इस संबंध में 11 सूत्रीय मांग पत्र राज्य सरकार को सौंपा जाएगा।
मध्यप्रदेश के रास्ते गुजरात में होगी घुसपैठ
सूत्रों के मुताबिक पीएम मोदी के मुखर विरोधी अरविंद केजरीवाल की यह पार्टी मोदी सरकार को घेरने के लिए मध्यप्रदेश के रास्ते गुजरात में प्रवेश करने के मूड में लगती है। आम आदमी पार्टी ने गोपनीय ठंग से दूसरे राज्यों में पैठ जमाने की रणनीति बनाई है। भोपाल में जनसभा इसी कड़ा का एक अहम हिस्सा माना जा रहा है।
मध्यप्रदेश में तीसरी पार्टी बन सकती है आप
माना जा रहा है कि आम आदमी की नजर मध्यप्रदेश में तीसरी पार्टी बनने की है। अभी भाजपा और कांग्रेस ही बड़ी पार्टी हैं। बसपा नगण्य है। इसलिए पार्टी की मंशा प्रदेश में तीसरी पार्टी के रूप में अपने आप को स्थापित करने की है।
बूथ स्तर की तैयारी के निर्देश
आप कार्यकर्ताओं के मुताबिक मध्यप्रदेश में 2018 में होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए काम शुरू कर दिया गया है। इसके लिए पार्टी ने बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं को चुनाव के लिए तैयार रहने को कहा है। इसके अलावा बूथ स्तर पर आप कार्यकर्ताओं को तैयारी के लिए भी कहा गया है।
तो 230 सीटों पर उतारेगी उम्मीदवार
सूत्रों के मुताबिक आम आदमी पार्टी की तैयारी मध्यप्रदेश में 2018 चुनाव में 230 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारने की है। पांच नवंबर को भोपाल में होने वाली अरविंद केजरीवाल की सभा से यह स्थिति भी क्लीयर हो जाएगी कि केजरीवाल की पार्टी अागे क्या करने जा रही है।