बता दें कि इस मुलाकात के ठीक एक दिन पहले पूर्व सीएम कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को एक लेटर लिखा था। इस लेटर में किसानों के साछ लीज नवीनीकरण के दो तरह के नियमों के चलते लोगों को आ रही परेशानी के बारे में लिखा था। हालांकि सीएम हाउस के सूत्रों का कहना है कि कमलनाथ केवल सौजन्य भेंट करने आए थे। वहीं, एमपी कांग्रेस ने भी ट्वीट कर इसे सौजन्य मुलाकात बताया है।
इससे पहले कमलनाथ 11 नवंबर 2020 को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से मुलाकात करने सीएम हाउस पहुंचे थे। यह मुलाकात उप चुनाव का परिणाम आने के ठीक एक दिन बाद हुई थी। तब कमलनाथ ने शिवराज को जीत की बधाई दी थी। इस दौरान उनके साथ उनके बेटे और छिंदवाड़ा से सांसद नकुलनाथ भी थे।
बता दें कि इससे पहले ही कमलनाथ ने कहा था कि कांग्रेस पार्टी मुझे जो काम सौंपेगी मैं करता रहूंगा लेकिन मैं मध्यप्रदेश छोड़कर कहीं नहीं जा रहा हूं। कमलनाथ ने प्रदेश के विकास और जनहित से जुड़े कई मुद्दों पर सीएम शिवराज सिंह चौहान को सुझाव दिए हैं। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के चुनाव के लिए भी बात की है। बता दें कि कमलनाथ अभी नेता प्रतिपक्ष और एमपी कांग्रेस के अध्यक्ष हैं। वहीं, बजट सत्र के पहले दिन विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव होना है।