सिंधिया खेमे के करीब 19 विधायकों ने भी सिंधिया के साथ ही रहने का संकल्प दोहराया है। बेंगलुरू के एक रिसोर्ट में रुके हुए सिंधिया के 19 समर्थक विधायकों ने एक-एक करके वीडियो जारी कर सिंधिया के साथ ही रहने का फैसला किया है। इसके बाद कमलनाथ सरकार को बड़ा झटका लगा है, क्योंकि वो अब तक मानकर चल रही थी कि इनमें से कुछ विधायक कमलनाथ का ही साथ देंगे।
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भाजपा में शामिल होने पर ज्योतिरादित्य सिंधिया का स्वागत किया है। उन्होंने ट्वीट में कहा है कि स्वागत है महाराज, साथ है शिवराज।
शिवराज ने वीडियो जारी कर कहा कि सिंधिया के लिए और व्यक्तिगत रूप से मेरे लिए भी आनंद और प्रसन्नता का दिन है। आज मुझे श्रद्धेय राजमाता की याद आ रही है। वो भाजपा के लाखों लाख बेटे-बेटियों की मां थीं, बचपन से उनका स्नेह और प्यार हम जैसे हजारों-लाखों कार्यकर्ताओं को मिलता था।कमलनाथ के मंत्री जीतू पटवारी बौखलाए
कमलनाथ सरकार के उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी की बौखलाहट साफ देखी गई। उन्होंने ट्वीट पर सिंधिया को बधाई देते हुए तंज कसा। उन्होंने कहा कि ग्वालियर-चंबल संभाग के कार्यकर्ताओं को “गुलामी” से मुक्त होने पर बधाई शुभकामनाएं..। पटवारी ने दूसरे ट्वीट में कहा कि सिंधिया जी, भाजपा की गोद में बैठकर आप भ्रष्टाचार की बात कर रहे है..। अरे महाराज, ग्वालियर और शिवपुरी में यह कारनामे आपको भूमाफिया सिद्ध कर रहे हैं, यह हम नहीं आपकी भाजपा के नेता बोल रहे हैं..। अगले ट्वीट में फिर जीतू पटवारी लिखते हैं कि सिंधिया जी, आप तो गिरगिट के भी बाप निकले..। किसानों को गोली मारने वालों के साथ और किसानों पर भाजपा सरकार द्वारा दर्ज केस को वापस लेने वालों के खिलाफ..।
मध्यप्रदेश कांग्रेस ने भी ट्वीट के जरिए तंज कसा है। उन्होंने अपने ट्वीट में सर्वसाधारण से अपील में कुछ बिंदू लिखे हैं।
-हॉर्स ट्रेडिंग को मास्टर स्ट्रोक कहना बंद करो
-ब्रोकर को चाणक्य कहना बंद करो
-लोकतंत्र की हत्या को तख्तापलट कहना बंद करो
-सत्ता पाने के अवैध तरीक़ों का महिमामंडन बंद करो
-लोकतंत्र की हत्या पर मौन रहना बंद करो
मध्यप्रदेश कांग्रेस ने लिखी भावुक कविता
सम्मान-सौहार्द का,
ये मंज़र न मिलेगा,
घर छोड़ कर मत जाओ,
कहीं घर न मिलेगा। याद बहुत आयेंगे,
रिश्तों के ये लम्बे बरस,
साया जब वहाँ कोई,
सर पर न मिलेगा।
आग तो मिलेगी बहुत,
पर यहाँ जैसा कहीं,
प्यार का दर न मिलेगा। घर छोड़कर मत जाओ,
कहीं घर न मिलेगा।