script17 की उम्र में ही संघ से जुड़ गए थे मोहन यादव, जानें कैसे बने सीएम | Internal story of Mohan Yadav becoming CM | Patrika News
भोपाल

17 की उम्र में ही संघ से जुड़ गए थे मोहन यादव, जानें कैसे बने सीएम

आखिरकार एमपी के नए सीएम के नाम की घोषणा कर दी गई है। भोपाल में बीजेपी विधायक दल की बैठक में उज्जैन दक्षिण से विधायक डॉ. मोहन यादव को नया नेता चुना गया। मोहन यादव तीसरी बार विधायक बने हैं। वे बेहद कम उम्र में ही राष्‍ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ गए थे। प्रारंभ में एबीवीपी के लिए काम किया और फिर भारतीय जनता युवा मोर्चा में भी पदाधिकारी रहे। शिवराजसिंह चौहान के नेतृत्व वाली सरकार में मोहन यादव कैबिनेट मंत्री थे।

भोपालDec 11, 2023 / 05:35 pm

deepak deewan

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एमपी के नए सीएम

आखिरकार एमपी के नए सीएम के नाम की घोषणा कर दी गई है। भोपाल में बीजेपी विधायक दल की बैठक में उज्जैन दक्षिण से विधायक डॉ. मोहन यादव को नया नेता चुना गया। मोहन यादव तीसरी बार विधायक बने हैं। वे बेहद कम उम्र में ही राष्‍ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ गए थे। प्रारंभ में एबीवीपी के लिए काम किया और फिर भारतीय जनता युवा मोर्चा में भी पदाधिकारी रहे। शिवराजसिंह चौहान के नेतृत्व वाली सरकार में मोहन यादव कैबिनेट मंत्री थे।
नए सीएम के रूप में डॉ. मोहन यादव के नाम ने एक बार फिर हर किसी को चौंकाया। एमपी में जबर्दस्त जीत के बाद मुख्यमंत्री पद के लिए शिवराजसिंह चौहान से लेकर प्रहलाद पटेल, नरेंद्र सिंह तोमर, कैलाश विजयवर्गीय जैसे नाम आगे थे। सीएम की रेस में डॉ. मोहन यादव का नाम कहीं था ही नहीं।
दरअसल डॉ. यादव की आरएसएस की पृष्ठभूमि ने उन्हें राज्य के प्रमुख पद पर पहुंचाने में सबसे अहम भूमिका निभाई है। वे महज 17 साल की उम्र में ही संघ से जुड़ गए थे। सन 1982 में एबीवीपी और इसके बाद भाजयुमो में काम करते हुए मोहन यादव संघ में भी लगातार सक्रिय रहे। डॉ. यादव को आरएसएस के लिए करीब 31 साल से कई पदों पर कार्य करने का प्रतिफल आखिरकार मिल ही गया।
मोहन यादव ने उज्जैन दक्षिण में लगातार तीन बार चुनाव जीतने का रिकॉर्ड बनाया। हालांकि इस बार शुरू के दो राउंड तक वे कांग्रेस प्रत्याशी से पीछे थे लेकिन उन्होंने 12941 वोट से जीत हासिल की। डॉ.मोहन यादव 2013 में 9652 वोट से चुनाव जीते थे। पिछले चुनावों में यानि सन 2018 में यादव 18632 वोट से जीते थे।
राजनीतिक करियर
डॉ.मोहन यादव ने 2013 में पहली बार उज्जैन दक्षिण विधानसभा सीट से जीत हासिल की थी। 2018 में वे एक बार फिर उज्जैन दक्षिण सीट से ही जीतकर विधायक बने।

2 जुलाई 2020 को शिवराजसिंह चौहान मंत्रीमंडल में कैबिनेट मंत्री बने
सार्वजनिक एवं राजनीतिक जीवन
सन् 1982 में माधव विज्ञान महाविद्यालय छात्रसंघ के सह-सचिव एवं 1984 में अध्‍यक्ष.
सन् 1984 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद उज्‍जैन के नगर मंत्री एवं 1986 में विभाग प्रमुख.
सन् 1988 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद मध्‍यप्रदेश के प्रदेश सहमंत्री एवं राष्‍ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्‍य और 1989-90 में परिषद की प्रदेश इकाई
के प्रदेश मंत्री तथा सन् 1991-92 में परिषद के राष्‍ट्रीय मंत्री.
सन् 1993-95 में राष्‍ट्रीय स्‍वयं सेवक संघ, उज्‍जैन नगर के सह खण्‍ड कार्यवाह, सायं भाग नगर कार्यवाह एवं 1996 में खण्‍ड कार्यवाह और नगर कार्यवाह.
सन् 1997 में भाजयुमो की प्रदेश कार्य समिति के सदस्‍य
सन् 1998 में पश्चिम रेलवेबोर्ड की सलाहकार समिति के सदस्‍य.
सन् 1999 में भा.ज.यु.मो. के उज्‍जैन संभाग प्रभारी.
सन् 2000-2003 में विक्रम विश्‍वविद्यालय उज्‍जैन की कार्यपरिषद के सदस्‍य.
सन् 2000-2003 में भा.ज.पा. के नगर जिला महामंत्री एवं सन् 2004 में भा.ज.पा. की प्रदेश कार्यसमिति के सदस्‍य.
सन् 2004 में सिंहस्‍थ, मध्‍यप्रदेश की केन्‍द्रीय समिति के सदस्‍य.
सन 2004-2010 में उज्‍जैन विकास प्राधिकरण के अध्‍यक्ष (राज्‍य मंत्री दर्जा).
सन् 2011-2013 में मध्‍यप्रदेश राज्‍य पर्यटन विकास निगम के अध्‍यक्ष (केबिनेट मंत्री दर्जा). भाजपा. प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्‍य.
उज्‍जैन के समग्र विकास के लिए अप्रवासी भारतीय संगठन शिकागो (अमेरिका) द्वारा महात्‍मा गांधी पुरस्‍कार
इस्‍कॉन इंटरनेशनल फाउंडेशन द्वारा सम्‍मानित.

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