यह ट्रेन पिछले 29 साल से यात्रियों को मुफ्त में खाना दे रही है। यह सेवा जरूरतमंद यात्रियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस ट्रेन के जरिए लाखों लोग न केवल यात्रा करते हैं, बल्कि उन्हें उचित भोजन भी मिलता। इस ट्रेन में सफर के दौरान, यात्री मनमाड, नांदेड़, भुसावल, भोपाल, ग्वालियर और नई दिल्ली जैसे छह प्रमुख स्टेशनों पर लंगर का स्वादिष्ट खाना प्राप्त करते हैं।
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मोहन सरकार की बड़ी सौगात ! आ रही नई योजना, अब घर बैठे सबको मिलेगा राशन सिक्ख समुदाय के धार्मिक स्थलों को जोड़ती है ट्रेन
सचखंड एक्सप्रेस (12715) नांदेड़ (महाराष्ट्र) और अमृतसर (पंजाब) के बीच चलने वाली एक विशेष ट्रेन है, जो सिख समुदाय के लिए महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों को जोड़ती है। यह ट्रेन 1995 से लंगर सेवा प्रदान कर रही है, जिसके तहत यात्रियों को मुफ्त भोजन उपलब्ध कराया जाता है।
इस ट्रेन के 39 स्टेशनों में से छह पर यात्रियों को लंगर का भोजन मिलता है, जिसे नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर पश्चिमी दिल्ली के तिलक नगर के वीरजी दा डेरा द्वारा तैयार किया जाता है। यह ट्रेन श्री हरमंदिर साहिब और श्री हजूर साहिब सचखंड के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी है।
मेन्यू में शामिल हैं शाकाहारी व्यंजन
सचखंड एक्सप्रेस में सफर करते समय यात्री अपनी पसंद के बर्तन लेकर आते हैं, जिससे उन्हें अपना खाना स्वयं परोसने का अवसर मिलता है। यह व्यवस्था सभी यात्रियों के लिए उपलब्ध है, चाहे वे किसी भी श्रेणी में यात्रा कर रहे हों। मेन्यू में मुख्य रूप से शाकाहारी व्यंजन शामिल होते हैं, जैसे कढ़ी-चावल, दाल और सब्जी। रोजाना लगभग दो हजार यात्रियों को इस ट्रेन में खाना परोसा जाता है। सफर के दौरान, यात्री मनमाड, नांदेड़, भुसावल, भोपाल, ग्वालियर और नई दिल्ली जैसे छह प्रमुख स्टेशनों पर लंगर का स्वादिष्ट खाना प्राप्त करते हैं। यह एक अनोखा अनुभव है, जो यात्रियों को न केवल भोजन का आनंद देता है, बल्कि यात्रा को भी खास बनाता है।
लंगर ट्रेन का शेड्यूल
सचखंड एक्सप्रेस अमतृसर और हज़ूर साहिब नांदेड़ के बीच चलती है। हज़ूर साहिब नांदेड़ से यह सुबह 9:30 बजे चलती है और अमृतसर जंक्शन शाम 9:45 बजे पहुंचती है, जिससे यह कुल 12 घंटे 15 मिनट का सफ़र तय करती है। वापसी यात्रा में, यह ट्रेन अमृतसर जंक्शन से सुबह 5:30 बजे निकलती है और शाम 2:35 बजे हज़ूर साहिब नांदेड़ पहुंचती है। इस ट्रेन में 1A, 2A, 3A और स्लीपर क्लास की सीटें उपलब्ध हैं। सचखंड एक्सप्रेस की शुरुआत साप्ताहिक आधार पर हुई थी, लेकिन 1997-98 में इसे हफ्ते में पांच दिन चलाया गया, और 2007 से यह ट्रेन प्रतिदिन संचालित हो रही है।