तेज चलने वाली शीतलहर ने मुसीबत और बढ़ा दी है। उत्तर भारत से आ रही रूखी और चुभने वाली हवा के कारण तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। हालांकि, जनवरी में सबसे कम 5 डिग्री तक तापमान रिकॉर्ड हुआ है। इनके अलावा प्रदेश के 14 जिलों में भी दिन काफी ठंडे रहे। नरसिंहपुर और सिवनी को छोड़कर सभी जगह रात का तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से कम रिकॉर्ड किया गया।
मौसम विभाग का कहना है कि वर्तमान में आंध्रा कोस्ट पर एक प्रति चक्रवात बना हुआ है। साथ ही महाराष्ट्र पर एक चक्रवात बना हुआ है। इस वजह से छत्तीसगढ़ और उससे लगे पूर्वी मप्र में हवा का रुख दक्षिणी होने लगा है। नमी आने के कारण उस क्षेत्र में बादल छाने लगे हैं। साथ ही बारिश के आसार बन रहे हैं। हालांकि इस सिस्टम के कारण प्रदेश के शेष इलाकों में विशेष असर पड़ने की संभावना नहीं है। अभी दो दिन तक ठंड के तीखे तेवर बने रहेंगे।