इससे पहले गुरुवार को ही आतंकियों ने पुलवामा जिले के त्राल इलाके में उत्तर प्रदेश के एक मजदूर शुभम कुमार को गोली मारकर घायल कर दिया था। जम्मू-कश्मीर में पिछले एक सप्ताह में प्रवासी मजदूरों पर यह तीसरा हमला था। 18 अक्टूबर को बिहार के मजदूर अशोक कुमार चौहान की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। रविवार 20 अक्टूबर को गांदरबल में एक इंफ्रा कंपनी के श्रमिकों के शिविर पर हमला किया गया था।
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गुलमर्ग में सेना के वाहन पर हमला ऐसे समय हुआ जब मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक के लिए नई दिल्ली में थे। अब्दुल्ला ने केंद्र शासित प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति से प्रधानमंत्री मोदी को अवगत कराया। मोदी के साथ करीब 30 मिनट की बैठक में उन्होंने जम्मू-कश्मीर को शीघ्र राज्य का दर्जा देने का कैबिनेट का प्रस्ताव सौंपा। उमर ने रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से भी मुलाकात की।
गंभीर चिंता का विषयः उमर
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने हमले की निंदा की। उन्होंने एक्स पर कहा, ‘उत्तरी कश्मीर के बूटा पाथरी इलाके में सेना के वाहनों पर हमले की बहुत दुर्भाग्यपूर्ण खबर है, जिसके परिणामस्वरूप कुछ लोग हताहत और घायल हुए हैं। कश्मीर में सिलसिलेवार आतंकी हमला गंभीर चिंता का विषय है।’ गगनगीर में की थी सात की हत्या
- आतंकियों ने रविवार को गांदरबल जिले के गगनगीर इलाके में एक निजी इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी के श्रमिकों के शिविर पर हमला किया था। दो विदेशी आतंकियों द्वारा किए गए उस कायराना हमले में छह गैर-स्थानीय श्रमिकों और एक स्थानीय डॉक्टर सहित सात लोग मारे गए थे।
- यह हमला श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर जेड-मोड़ पर एक सुरंग बनाने में लगे निर्दोष, निहत्थे श्रमिकों पर किया गया था, जिसके पूरा होने के बाद श्रीनगर-सोनमर्ग सड़क सभी मौसमों के लिए खुली रहेगी और सोनमर्ग का पर्यटन स्थल भी सभी मौसमों में पर्यटकों के लिए खुला रहेगा।