ट्रेन का ऑनलाइन टिकट बुक कराने के दौरान आइआरसीटीसी की ओर से यात्रियों का बीमा भी किया जाता है। अगर आप ट्रेन में ट्रैवल इंश्योरेंस लेना चाहते हैं, तो इसके लिए टिकट लेते वक्त ही अप्लाई करना होता है। जब ऑनलाइन रेलवे टिकट खरीदी जाती है, तब उसमें ट्रैवल इंश्योरेंस का ऑप्शन आता है। इस पर क्लिक कर महज 35 पैसे अदाकर इसका कवर लिया जा सकता है।
बीमा कवर कितना
बीमा कवर के लिए आपको सिर्फ 35 पैसे देने होते हैं। इसके बदले आइआरसीटीसी आपको 10 लाख रुपए तक का बीमा कवर देता है। जानकारों का कहना है कि हर यात्री को टिकट खरीदते वक्त 35 पैसे देकर ये इश्योरेंस जरूर लेना चाहिए, अगर दुर्घटना होती है, तो ये काम आ सकता है। जब आप 35 पैसे देकर बीमा लेते हैं तो टिकट बुक होते ही ईमेल और मैसेज के जरिये एक दस्तावेज भेजा जाता है। इसे खोलकर नॉमिनी क्लेम कर सकते हैं। इस इंश्योरेंस कवर के तहत अगर रेल (Indian Railway) हादसे में यात्री की मृत्यु हो जाती है या वो स्थायी रूप से विकलांग हो जाता है तो उसे या उसके परिवार को 10 लाख रुपए तक की बीमा राशि दी जाती है। अगर यात्री आंशिक रूप से विकलांग हो जाता है तो उसे 7.5 लाख रुपए मुआवजे मिलता है। वहीं गंभीर रूप से घायल होने पर यात्री को 2 लाख रुपए की सहायता राशि दी जाती है। वहीं हादसे में मामूली रूप से घायल होने पर यात्री तो 10 हजार रुपए तक का मुआवजा मिलता है।
कैसे ले सकते हैं बीमा
आप IRCTC की वेबसाइट या ऐप के जरिए अगर ट्रेन टिकट बुक करते हैं तो आपको ये विकल्प मिलता है। ये सुविधा सिर्फ भारतीय नागरिकों को ही मिलती है। टिकट बुकिंग करते वक्त सबसे नीचे इंश्योरेंस सलेक्ट करने का विकल्प मौजूद होता है। उसे टिक करके आप इसे चुन सकते हैं। भारतीय रेलवे की ओर से यह ट्रैवल इंश्योरेंस एसबीआई जनरल इंश्योरेंस कॉरपोरेशन लिमिटेड और लिबर्टी जनरल इंश्योरेंस लिमिटेड दे रही है।
ऐसे कर सकते हैं क्लेम
इस बीमा का क्लेम करने के लिए आपको 4 महीने तक का वक्त मिलता है। आपको टिकट के साथ जिस बीमा कंपनी का इंश्योरेंस मिला है आप उस कंपनी के ऑफिस में जाकर बीमा के लिए क्लेम फाइल कर सकते हैं। यहां एक बात जो सबसे जरूरी है कि बीमा सलेक्ट करने के बाद आपको नॉमिनी का नाम जरूर भरना है। नॉमिनी भरने से क्लेम की प्रक्रिया आसान हो जाती है।