आपको बता दें कि पोहा चावल से तैयार किया जाता है। पोहा बनाने के लिए चावल को आधा पकाया जाता है, फिर इसे मशीनों से दबाकर चपटा किया जाता है। जिसके बाद इसे सुखाकर कच्चा पोहा तैयार किया जाता है। पोहे की अलग-अलग मोटाई चावल पर पड़ने वाले दबाव के कारण होती है। पोहे की लंबाई लगभग 2 मिमी होती है जो कि हल्के भूरे रंग के होते हैं। पोहा पकाने की विधि के अनुसार इन्हें नरम और कुरकुरा बनाया जाता है। जानिए पोहा खाने के फायदे…..
एनर्जी से भरपूर
आपको बता होना चाहिए कि आपका सुबह का नाश्ता आपको पूरे दिन एनर्जी से भरपूर रखता है। पोहा ऐसा ही एक विकल्प है जो आपको दोपहर के भोजन के समय तक एनर्जी देता है। यह पोहे के लाभों में से एक है। सुबह के नाश्ते में इसका सेवन करने से दिनभर आप एनर्जी फील करेंगे।
आसानी से पाचन
पोहा खान में हल्का होने के कारण इसका पाचन आसानी से हो जाता है। नाश्ते में पोहे के सेवन से आपको पूरा दिन भारीपन नहीं लगता। इसलिए सुबह नाश्ते में पोहा खाना आपके लिए पाचन तंत्र के लिए बहुत अच्छा होता है।
हेल्दी कार्बोहाइड्रेट्स
नाश्ते में शरीर को कार्बोहाइड्रेट्स देने के लिये पोहे का सेवन किया जा सकता है। अगर शरीर को जरूरत भर का कार्बोहाइड्रेट्स नहीं प्राप्त होगा तो शरीर में थकान बनी रहेगी। कार्बोहाइड्रेट्स से शरीर में एनर्जी आती है इसलिये सुबह एक प्लेट पोहा जरूर खाएं।
आयरन से भरपूर
आयरन की पर्याप्त मात्रा के कारण पोहा खाना स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है। आयरन एक महत्वपूर्ण मिनरल है जो हीमोग्लोबिन के स्तर को बनाए रखने में अहम भूमिका निभाता है। यह पोहे के पोषण संबंधी लाभों में से एक है। गर्भवती महिलाओं को भी पोहे का सेवन जरूर करना चाहिए।