बुधवार को प्रदेशभर के अतिथि शिक्षकों ने राजधानी भोपाल में आकर प्रदर्शन किया था। अतिथि शिक्षक अंबेडकर मैदान पर धरना देकर बैठ गए थे। मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। दिनभर तो पुलिसकर्मी खड़े रहे लेकिन रात होते ही उन्होंने लाठी बरसाना शुरु कर दिया। खास बात यह है कि अतिथि शिक्षकों पर लाठी चार्ज अंधेरे में किया गया। शिक्षकों ने आरोप लगाया है कि जानबूझकर लाइट्स बंद करके पिटाई की गई।
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अतिथि शिक्षकों के साथ पुलिस की बर्बरता के वीडियो देर रात सोशल मीडिया पर सामने आए। वीडियो में अतिथि शिक्षकों की चीख पुकार भी साफ सुनाई दे रही है। लाठीचार्ज होते ही अंबेडकर मैदान पर अफरातफरी मच गई। कुछ ही देर में मैदान खाली हो गया।
इधर टीटी नगर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर केस भी दर्ज कर लिया। अतिथि शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष केसी पवार, बीएम खान, मुकेश जोशी, संतोष आदि के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है।
बता दें कि गांधी जयंती पर 2 अक्टूबर को प्रदेशभर के अतिथि शिक्षक भोपाल के सेकंड नंबर बस स्टॉप के पास अंबेडकर मैदान में इकट्ठा हुए थे। शिक्षकों ने दिनभर जोरदार प्रदर्शन किया पर पुलिस मानो रात होने का ही इंतजार कर रही थी। पुलिस की पिटाई से अतिथि शिक्षकों के निशान तक पड़ गए।
सीधी जिले के अतिथि शिक्षक रविकांत गुप्ता के अनुसार ‘रात करीब 8:30 बजे पुलिस ने बेरहमी से पिटाई की। पुलिस की लाठियां तक टूट गईं। कुछ अतिथि शिक्षक बसों के पीछे छिप गए थे लेकिन उन्हें भी खदेड़कर लाठियों से खूब पीटा गया। चारों तरफ चीख पुकार मच गई। जिन लोगों ने पुलिस की बर्बरता के वीडियो बनाए उनके मोबाइल छीनकर वीडियो डिलीट कराए।
मैदान में दिन में अतिथि शिक्षकों ने नारा लगाया, ‘कब्जा करने आए हैं कब्जा करके जाएंगे।’ इधर पुलिस की ओर से एक बैनर लगाया गया, जिसमें लिखा था, ‘बलवाइयों आपका मजमा गैरकानूनी करार दिया गया है। तितर बितर हो जाइए…कारगर गोली चलाई जाएगी।’ कुछ देर बाद पुलिस ने इसे हटा दिया था। इस संबंध में पुलिस के एसीपी चंद्रशेखर पांडे ने कहा कि गोली मारने वाले बैनर लगाने को अनावश्यक तूल दिया जा रहा है।