पाकिस्तान से लौटी गीता करना चाहती है सरकारी नौकरी, पीएम मोदी ने भी किया था प्रोत्साहित
Gita in MP: पाकिस्तान से लौटी गीता एमपी की राजधानी भोपाल में है, 8वीं की परीक्षा देने वह महाराष्ट्र से यहां आई है, पीएम नरेंद्र मोदी और सुषमा स्वराज से मिले प्रोत्साहन के बाद पढ़ाई शुरु करने वाली गीता का आज सबसे कठिन पेपर है…
भारत वापसी पर पीएम नरेंद्र मोदी ने किया था गीता का वार्मली वेलकम, तब गीता खुशी से पीएम के गले लगी।
दशकभर पहले मीडिया की सुर्खियों में रही गीता एक बार फिर चर्चा में है। अब वह 8वीं की परीक्षा पास कर अपने पैरों पर खड़े होना चाहती है। गीता सुन और बोल नहीं सकती। मंगलवार से उसकी राज्य ओपन की परीक्षा (State Open Exam) शुरू हो रहे हैं। इसके लिए वह भोपाल पहुंची है। गीता का परिवार मुफलिसी में दिन गुजार रहा है। ये कहना है गीता को खोजने वाले ज्ञानेन्द्र पुरोहित का।
औरंगाबाद (Aurangabad) से भोपाल आने वाली ट्रेन से गीता गलती से परभणी स्टेशन से अमृतसर (Amritsar) और फिर दूसरी ट्रेन से लाहौर (lahore) पहुंच गई थी। यह महज इत्तेफाक है कि वह उसी ट्रेन से ओपन स्कूल की 8वीं की परीक्षा देने भोपाल आई है। आज मंगलवार को उसका पहला प्रश्न पत्र संस्कृत का है।
पिता रहते हैं बीमार
करीब 23 साल पहले गीता गलती से पाकिस्तान पहुंच गई थी। नौ साल पहले 16 अक्टूबर 2016 को वह भारत लौटी। अब उसकी उम्र 33 साल है। गीता का असली नाम राधा है। इंदौर के गैर सरकारी संगठन आनंद सर्विस सोसायटी ने गीता का घर खोजने में मदद की थी।
संगठन के ज्ञानेन्द्र पुरोहित ने बताया कि अभी वह महाराष्ट्र (Maharashta) के औरंगाबद (Aurangabad) स्थित बालूज इंडस्ट्रियल एरिया में रहती है। परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। मां मीना पांढरे मिट्टी के घड़े बेचकर गुजरा करती है। जबकि, गीता के पिता बीमार रहते हैं। ज्ञानेन्द्र पुरोहित ने बताया कि गीता की इच्छा है कि वह अपने पैरों पर खड़ी हो। ओपन बोर्ड से आठवीं की परीक्षा पास करने के बाद उसे कोई नौकरी की उम्मीद है।
राजा भोज स्कूल में आया है सेंटर
बता दें कि मध्य प्रदेश राज्य मुक्त बोर्ड की 8वीं परीक्षा (Madhya Pradesh State Open Board Exam) सोमवार से शुरू हो गई। एग्जाम दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे आयोजित किए जा रहे हैं। यह State Open EXAM 28 मई तक चलेंगे। वहीं 2015 में पाकिस्तान (Pakistan) से लौटी गीता (उम्र 33) राजधानी भोपाल (Bhopal) में परीक्षा देगी। गीता को राजधानी के 1100 क्वार्टर इलाके में स्थित राजा भोज स्कूल (Raja Bhoj School) में एग्जामिनेशन सेंटर मिला है। जहां आज गीता संस्कृत की परीक्षा दे रही है।
कौन है गीता, दिवंगत सुषमा स्वराज ने की थी कैसे मदद
23 साल पहले गीता भटकती हुई पाकिस्तान पहुंच गई थी। 26 अक्टूबर 2015 को पूर्व विदेश मंत्री दिवंगत सुषमा स्वराज (Sushma Swaraj) के प्रयासों से मूक-बधिर गीता को फिर से भारत लाया गया था। पाकिस्तान से भारत लौटने के बाद गीता करीब 5 साल तक मध्य प्रदेश के इंदौर (Indore) में रही थी।
सरकारी नौकरी करना चाहती है गीता
बता दें कि गीता पढ़ाई करके फाइनेंशियली स्वतंत्र बनना चाहती है। अगर गीता कक्षा 8 की परीक्षा पास कर लेती है तो वह चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के लिए कोटा के तहत सरकारी भर्ती के लिए पात्र बन सकती है। गीता छत्रपति संभाजीनगर स्थित एनजीओ प्रोग्रेसिव लाइफ सेंटर की मदद से अपनी कक्षा 8वीं की परीक्षा की तैयारी कर रही है।
सांकेतिक भाषा विशेषज्ञ मोनिका पुरोहित भी ऑनलाइन कक्षाओं के माध्यम से गीता को परीक्षा के लिए तैयार किया है। उनका कहना है कि गीता ने पूरी मेहनत और लगन से अपनी 8वीं की परीक्षा की तैयारी की है। हालांकि उसे हिंदी और संस्कृत में कुछ कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है। बता दें कि आज गीता का संस्कृत का ही पेपर है। यानी आज गीता को सबसे कठिन लगने वाले सब्जेक्ट का पेपर देना है।
इनका कहना है
राज्य मुक्त स्कूल शिक्षा बोर्ड की परीक्षाएं 21 मई से शुरू हो गई हैं, ये परीक्षाएं 28 मई तक चलेंगी। गीता का आवेदन मंजूर करते हुए उसे कक्षा8 की परीक्षा में बैठने की अनुमति दी गई है।