अब लोग शादी करने से पहले प्री वेडिंग शूट की तरह प्री-मैट्रिमोनियल इन्वेस्टिगेशन भी करा रहे हैं। जी हां ये सुनने में थोडा अजीब लग सकता है लेकिन ये सच है। शादी से पहले प्री-मैट्रिमोनियल इन्वेस्टिगेशन में एजुकेशन, फाइनेंशियल बैकग्राउंड देखे जाते थे, लेकिन राजधानी की युवा पीढ़ी अब लड़का-लड़की की स्मोकिंग, रिलेशनशिप, मेडिकल हिस्ट्री, साइकोलॉजिकल बिहेवियर की भी पड़ताल करवा रही है। शादी से पहले रिलेशनशिप का ट्रेंड बढ़ा है तब से जानकारी के लिए मिडिल क्लास से हाई प्रोफाइल लोग भी इंवेस्टिगेशन एजेंसी की मदद ले रहे हैं।
पहले के रिलेशनशिप के बारे में जानना चाह रहे
एक निजी एजेंसी के एमडी अजित सिंह ने बताया कि फैमिली बैकग्रांउड के मामले ज्यादा आते थे लेकिन अब ट्रेंड बदल गया है। यूथ और पेरेंट्स मेंटल हेल्थ से लेकर पास्ट रिलेशनशिप पर ज्यादा फोकस करती है। शादी से पहले एक-दूसरे के पास्ट के बारे में सब जानना चाहते हैं। इंवेस्टिगेशन एजेंसी के मुताबिक बीते कुछ समय में लुटेरी दुल्हनों के केस आने के बाद लड़की की पड़ताल ज्यादा कराई जा रही है।
केस-1
एनआरआई रिश्ते में हाई पैकेज बताया गया था। पड़ताल में सामने आया कि लड़का टूरिस्ट वीजा पर है और बमुश्किल वहां रह पा रहा है।
केस-2
गौतम नगर थाना क्षेत्र में परिवार ने लड़की को स्मोकिंग हैबिट होने की बात छिपाई थी। इंवेस्टिगेशन में पता चला कि लड़की डिप्रेशन में है। उसे सुई चुभने सा दर्द और हेयर फॉल हो रहा है जिसका इलाज जारी है। इसी के कारण उसे सिगरेट की लत भी है।
इस बारे में पुष्पेन्द्र पुष्प, डिटेक्टिव ग्रुप , भोपाल हमारी प्रॉपर बिजनेस टीम जाकर क्लाइंट की मांग के अनुसार चीजों की जानकारी जुटाती है। 40 फीसदी मामलों में रिपोर्ट नेगेटिव निकलती है। यह रेशो इशारा करता है कि शादी के पहले इंवेस्टिगेशन आज की जरूरत है।