भोपाल। जीएमसी प्रबंधन ने तंगहाली के चलते अस्पताल से सुरक्षा कर्मियों को हटा दिया है। पहले 150 गार्ड होते थे लेकिन इनकी संख्या अब 90 ही बची है। लिहाजा आए दिन अस्पताल में हंगामा, विवाद और मारपीट की घटनाएं हो रही हैं। ओपीडी में हर रोज तीन हजार से ज्यादा मरीज और उनके परिजन आते हैं। यही नहीं हर समय 450 से यादा डॉक्टर और इससे ज्यादा स्टाफ मौजूद रहता है।
इसके बावजूद यहां दो या तीन सुरक्षाकर्मी ही तैनात रहते हैं। शनिवार रात भी इमरजेंसी में कोई सुरक्षा कर्मी ना होने के कारण मरीज के परिजनों ने जूनियर डॉक्टरों के साथ मारपीट की। इससे नाराज जूडा ने पुख्मा सुरक्षा व्यवस्था की मांग को लेकर रविवार रात से हड़ताल का एेलान कर दिया। इसका असर यह हुआ कि दो दिन से मरीज इलाज के लिए तरस गए।
0 बजट की कुछ समस्या है कुछ सुरक्षाकर्मी कम किए हैं। अब सरकार से बजट मांगा गया है। हालांकि नई पुलिस चौकी खुल गई है, अब एसी कोई दिक्कत नहीं होगी।
डॉ. उल्का श्रीवास्तव, डीन, गांधी मेडिकल कॉलेज
Hindi News / Bhopal / जीएमसी में नहीं बचा है पैसा इसलिए निकाल दिए गार्ड