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भोपाल

MP में बाढ़: कई जिलों में रेस्क्यू जारी, CM ने बुलाई इमरजेंसी मीटिंग

Flood in mp: मध्यप्रदेश में बारिश से हाहाकार, नर्मदा नदी सहित प्रदेश की सभी नदियों पर बने डैम से पानी छोड़ा जा रहा है…। कई जिलों में बाढ़ के हालात…। मुख्यमंत्री ने बचाव और राहत कार्य के लिए बुलाई आपात बैठक…।

भोपालSep 12, 2024 / 03:40 pm

Manish Gite

Flood in mp: लगातार बारिश के बाद अब मध्यप्रदेश (madhya pradesh) के कई जिले बाढ़ की चपेट में हैं। नर्मदा नदी खतरे के निशान के करीब बढ़ रही है। नर्मदापुरम सहित कई जिलों में बाढ़ का अलर्ट जारी किया गया है। रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए टीमें तैनात की गई है। सेना को भी अलर्ट कर दिया गया है। इधर, प्रदेश के कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने गुरुवार को भोपाल में अधिकारियों की आपात बैठक बुलाकर बाढ़ और राहत कार्यों को लेकर चर्चा की गई।
गुरुवार को भी मध्यप्रदेश के कई जिले बाढ़ की चपेट में है। नर्मदा नदी (Narmadapuram river) के आसपास रहने वाले लोगों को बाढ़ का अलर्ट जारी किया गया है। गांवों में मुनादी करवाई गई है। बाढ़ से एमपी से लेकर गुजरात तक कई जिले प्रभावित होने की आशंका है। क्योंकि नर्मदा नदी पर बने सभी डैम काफी पहले ही भर चुके हैं। इसलिए थोड़ी ही बारिश में डैम के गेट खोले जा रहे हैं।
गुरुवार को भी जबलपुर के बरगी डैम, रायसेन जिले के बारना डैम और नर्मदापुरम जिले के तवा डैम के गेट खोल दिए गए हैं। अब इन तीनों डैम से छोड़ा जाने वाला पानी नर्मदा में आफत ला सकता है। इधर, नर्मदापुरम में नर्मदा खतरे के निशान के करीब पहुंच रही है। इसे देखते हुए प्रशासन से लेकर सरकार तक सभी अलर्ट हैं।

मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बुलाई आपात बैठक।

मुख्यमंत्री मोहन यादव ने राहत और बचाव कार्य की समीक्षा की

मध्यप्रदेश के कई जिलों में बाढ़, राहत और बचाव कार्य की समीक्षा के लिए सीएम मोहन यादव (dr mohan yadav) ने गुरुवार को आपात बैठक बुलाई और राहत और बचाव कार्य समेत फसलों को हुए नुकसान के बारे में चर्चा की। इस बैठक में संभागीय आयुक्त, आईजी, कमिश्नर आफ पुलिस, जिला कलेक्टर और एसपी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए शामिल हुए। इसके साथ ही होमगार्ड के डीजी ने भी अफसरों की बैठक लेकर एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की तैनाती सुनिश्चित की गई।
मोहन यादव ने अति वर्षा और बाढ़ की स्थिति को देखते हुए स्थितियां सामान्य होने तक अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टी पर नहीं जाने के निर्देश दिए हैं। सीएम यादव ने कहा कि भारी बारिश के बावजूद भी जनजीवन सामान्य रहे, इसके लिए जरूरी सावधानियां बरती जाए और बचाव कार्य तेज किए जाएं। पुल-पुलियों पर पानी बह रहा है तो वहां तत्काल आवश्यक सावधानी और सतर्कता बढ़ाई जाए।

मध्यप्रदेश में बाढ़ की ताजा स्थिति
जबलपुर में बारिश से हाहाकार

jabalpur news: जबलपुर संभाग के जिलों में आखिरी दौर की बारिश से हाहाकार की स्थिति बन गई है। मंडला, डिंडोरी, सिवनी में मूसलाधार बारिश से बुधवार को बरगी बांध के 17 गेट सवा तीन मीटर ऊंचाई तक खोलने पड़ गए। बांध से 8199 क्यूमेक पानी छोड़ा जा रहा है। नर्मदा नदी में बाढ़ के हालात बन गए हैं। गौरीघाट में जल स्तर उमा घाट स्थित उद्यान में ऊपर तक पहुंच गया है। भेड़ाघाट में धुआंधार खो गया है, जबकि लम्हेटा छोर के पुल के साथ ही मार्बल पार्क भी प्रचंड जल राशि में डूब गया है। गोटेगांव के समीप झांसीघाट पुल डूबने से जबलपुर का नरसिंहपुर से संपर्क कट गया है।

जबलपुर में औसत बारिश का कोटा पूरा

जबलपुर में 24 घंटे में रेकॉर्ड 8 इंच बारिश हुई। एक तरफ जहां औसत बारिश (52 इंच) का कोटा पूरा हो गया तो दूसरी तरफ निचले इलाकों में पानी भरने से हाहाकार मच गया। मूसलाधार बारिश से 20 से ज्यादा इलाकों में जलभराव की स्थिति बनी रही। कई इलाकों में घरों में 3 फीट तक पानी भरने लोग घरों में कैद रहे। शहर के कई इलाकों में बिजली के तारों पर पेड़ गिरने से रातभर विद्युत आपूर्ति प्रभावित रही।
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एयरपोर्ट की सुरक्षा दीवार ढही, तीन माह में दूसरी घटना

डुमना एयरपोर्ट में मंगलवार की रात तीन माह में दूसरा बड़ा हादसा हो गया। रात में हुई मूसलाधार बारिश से एयरपोर्ट की सुरक्षा दीवार ढह गई। गधेरी में नाले की तरफ बनाई गई दीवार का लगभग 30 से 40 फीट का हिस्सा गिरा है। सुरक्षा दीवार के गिरने के कारण वहां से मवेशियों का रनवे पर आने का खतरा बढ़ गया है। हालांकि एयरपोर्ट अथॉरिटी का कहना है कि वहां पूरक इंतजाम किए गए है। जल्द ही निर्माण कार्य कराया जाएगा। इससे पहले 27 जून को नवनिर्मित एयरपोर्ट की केनोपी फटने की घटना सामने आई थी।

नर्मदापुरमः तवा बांध के 7 गेट खुले, बढ़ रहा नर्मदा का जलस्तर

Narmadapuram News: नर्मदापुरम से खबर है कि तवा बांध के कैचमेंट एरिया में बारिश का दौर जारी है। जिससे बांध का जलस्तर बढ़ रहा है। गुरुवार को नर्मदापुरम के सेठानी घाट पर लगातार पानी बढ़ गया है। इससे प्रशासन की चिंता बढ़ गई है। बचाव कार्य के लिए टीमों को तैनात किया गया है। तवा बांध के जलस्तर को नियंत्रित करने के लिए मंगलवार की रात को 3 गेट खोले गए थे। बाद में इन्हें बढ़ाकर 7 किया गया। बुधवार सुबह बांध के 9 गेट 7 फीट तक खोले गए थे। दोपहर को दो गेट बंद कर दिए गए। अभी बांध के 7 गेट 7 फीट तक खुले हैं। इससे 80 हजार क्यूसेक पानी प्रति सेकंड़ नर्मदा में छोड़ा जा रहा है। तवा बांध और बरगी बांध के गेट खुलने के बाद नर्मदा का जलस्तर धीरे बढ़ रहा है। सेठानी घाट का जलस्तर शाम को 950 फीट तक पहुंच गया था। नर्मदा के तटीय इलाकों में बाढ़ का अलर्ट जारी कर दिया गया है।

शिवपुरी में युवक बह गया, वीडियो वायरल

shivpuri news: शिवपुरी से खबर है कि करैरा तहसील के महुअर नदी में गुरुवार को सुबह एक युवक नदी के तेज बहाव में बह गया। इसका वीडियो भी वायरल हो रहा है। पहले तो स्थानीय लोगों को लगा कि उसे तैरना आता है, लेकिन बाद में पता चला कि वो युवक नदी की धार से बाहर निकलने की कोशिश कर रहा है। अंततः युवक दूर तक बह गया, जिसका अब तक पता नहीं चला है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन को इसकी सूचना दे दी है।

सागर में आफत की बारिश

Sagar News: सागर संभाग में गुरुवार को भी नदी-नाले उफान पर होने से जनजीवन प्रभावित रहा। बचाव कार्य के लिए और लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के लिए टीमें लगाई गई हैं। पिछले 24 घंटों में भारी बारिश के चलते नदी-नाले उफान पर हैं। टीकमगढ़, छतरपुर दमोह और सागर जिले के ग्रामीण इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए। निचली बस्तियों में फंसे लोगों को रेस्क्यू कर बाहर निकाला। सागर के गढ़ाकोटा क्षेत्र में मढिय़ा अग्रसेन गांव में उफनते नाले में युवक वह गया। संभाग के सभी जिलों में 21 इंच से ज्यादा बारिश हुई है।
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बेबस नदी उफान पर, 6 इंच से ज्यादा हुई बारिश

ग्रामीण इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए। बंडा से निकली बेबस नदी उफान पर है। जिसके चलते ग्राम रमपुरा में खेत में झोपड़ी में रह रहा 70 वर्षीय वृद्ध नदी के बीच में फंस गया। पुलिस ने एसडीआरएफ की टीम को बुलाया और रेस्क्यू कर वृद्ध को सुरक्षित पानी से बाहर निकाला । गढ़ाकोटा में उफनते नाले में एक युवक वह गया है।

दमोह: 7 इंच बारिश के बाद हुई छुट्टी, बांदकपुर में नवजात को बचाया

24 घंटे में 7 इंच से ज्यादा बारिश हुई। कलेक्टर ने बुधवार को स्कूलों की छुट्टी कर दी। हटा में सुनार नदी का जल स्तर बढऩे से नावघाट व आसपास के क्षेत्र डूब में आ गए। बांदकपुर धाम में भी बारिश का पानी भर गया था। पुलिस चौकी के अंदर तीन फीट था। शहर की सुभाष कॉलोनी क्षेत्र में प्रशासन की लापरवाही से फिर से 300 घरों में भरा पानी, 25 लोग फंसे। पानी से घिरे बांदकपुर में चार गर्भवती और उनके एक से दो दिन के बच्चों को रेस्क्यू किया है।

मंडला में नर्मदा नदी का रौद्र रूप

mandla narmada river
मंडला में नर्मदा नदी का पानी पुल को छूने को तैयार है।

मंडला जिले से गुजर रही नर्मदा नदी का रौद्र रूप लोगों को देखने को मिल रहा है। यदि थोड़ी बारिश और हो जाएगी तो पुल के ऊपर से पानी बहने लगेगा और दो जिलों का सड़क संपर्क टूट जाएगा। खबर लिखे जाने तक बारिश का दौर जारी है।

छतरपुर: 60 लोगों को रेस्क्यू किया गया

धसान, सुरजू नदी और बम्होरी गांव में रेस्क्यू कर 60 लोगों को सुरक्षित निकाला गया। बम्होरी गांव की निचली बस्ती में पानी भरने से 50 लोगों को मोटर वोट के जरिए निकाला गया। धसान नदी में सलैया में रेस्क्यू से 1 बच्चे समेत 4 लोगों को नदी के पानी से निकाला गया। बड़ा मलहरा इलाके में सुरजू नदी में टापू में फंसे युवक को रेस्क्यू कर निकाला गया।

टीकमगढ़: बान सुजारा बांध के गेट खोले, निवाडी में स्कूलों की छुट्टी

Tikamgarh news: टीकमगढ़ जिले के बान सुजारा बांध के सभी 12 गेट खोले गए। 2500 क्यूमेक्स पानी किया गया डिस्चार्ज किया दया। बल्देवगढ़ ब्लॉक के ग्राम दूबदेई के इमली के घाट के पास दो किसान धसान नदी की धार में फंस गए। इन्हें बचाने आर्मी बुलाई गई है, वहीं निवाड़ी में भारी बारिश के बाद 12 सितंबर की भी छुट्टी घोषित कर दी गई।

कहां कितनी हुई बारिश

दमोह – 7
सागर – 6
टीकमगढ़ – 3
छतरपुर – 5

(नोट-बारिश के आंकड़े इंच में हैं)

ये रास्ते हुए बंद

  • दमोह: पुल पर पानी आने पथरिया मार्ग 16 घंटे से बंद।
  • छतरपुर: बंधा तिगैला होकर बल्देवगढ़-टीकमगढ़ मार्ग काठन और धसान नदी के खरीला पुल से उपर पानी आने से आवागमन ठप ।
  • बिजावर व किशनगढ़ इलाके में नाले उफनाने से भी कई जगह आवागमन प्रभावित हुआ है।
  • टीकमगढ़: पुनौल पुल पर ३ फीट पानी बंद होने की वजह से 8 घंटे टीकमगढ़ झांसी हाइवे पर पहिए थमे रहे।

बालाघाट जिले में बारिश का कहर जारी

balaghat news: बालाघाट जिले में गुरुवार को भी बाढ़ का कहर जारी है। पिछले 24 घंटों के दौरान 100 से अधिक लोगों का अलग-अलग क्षेत्रों से रेस्क्यू किया जा चुका है। बारिश थमने से कुछ क्षेत्रों में राहत है। हालांकि महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ के बांध के गेट खोले जाने से जिले की सीमा से लगे ग्रामों की स्थिति ठीक नहीं है। सिवनी जिले के भीमगढ़ बांध का पानी भी जिले की सीमा में प्रवेश कर चुका है। इससे शंकर घाट सहित आसपास के क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति निर्मित हो गई है। बालाघाट-नैनपुर मार्ग देर शाम तक बंद रहा। जिले में बुधवार को बच्चों की छुट्टी रही। वहीं सिवनी जिले में शहर एवं आसपास के क्षेत्रों में बुधवार को भारी बारिश का सिलसिला थम गया। इससे लोगों ने राहत की सांस ली। बारिश की चेतावनी को देखते हुए बुधवार को स्कूलों में अवकाश घोषित किया था। इससे स्कूल बंद रहे। इधर, भीमगढ़ डैम के चार गेट खुले रहे। जबकि मंगलवार को छह गेट खोले गए थे।

मड़ीखेड़ा डैम के खुले 6 गेट, टैंट हाउस की गाड़ी रपटे से बही

शिवपुरी जिले के मड़ीखेड़ा डैम के 6 गेट खोलकर जहां 2 हजार क्यूमैक्स पानी छोड़ा जा रहा है, तो वहीं ग्राम कोटा के पास एक टैंट हाउस के सामान से भरी गाड़ी रपटे में बह गई। इस गाड़ी के साथ चार कर्मचारी भी बह गए थे, जिन्हें ग्रामीणों ने बमुश्किल बचाया। मंगलवार की रात से शुरू हुआ रिमझिम बारिश का दौर बुधवार की देर शाम तक जारी रहा। इस दौरान कभी तेज तो कभी हल्की बूंदाबंादी के बीच शहर सहित जिले भर में हर तरफ पानी ही पानी हो गया। उधर ङ्क्षसध नदी के केचमेंट में अच्छी बारिश होने से डैम का लेवल तेजी से बढऩे लगा, जिसके चलते सुबह 9 बजे 4 गेट खोलकर 860 क्यूमैक्स पानी छोड़ा, लेकिन दोपहर 12 बजे तक नदी में पानी का फ्लो और तेज हो जाने से डैम प्रबंधन ने दो और गेट खोल दिए। इन छह गेटों से शाम 4 बजे तक 2 हजार क्यूमैक्स पानी छोड़ा गया।

जा रहे थे टैंट लगाने, रास्ते में बह गए

शिवपुरी के हातौद गांव में 12 सितंबर को केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का कार्यक्रम प्रस्तावित था। जिसके लिए टैंट का सामान लेकर जा रही अंकुर सहगल की मिनी टाटा ग्राम कोटा के पास स्थित रपटे में पानी के तेज बहाव के साथ बह गई। उसमें सवार चार कर्मचारी भी पानी में गोते लगाने लगे, जिन्हें स्थानीय लोगों ने बमुश्किल बचाया। हालांकि लगातार बारिश को देखते हुए ङ्क्षसधिया का दौरा भी निरस्त हो गया।

टीकमगढ़ः इमलीघाट पर फंसे दो किसानों को बचाने बुलाई आर्मी

टीकमगढ़ जिले के बल्देवगढ़ ब्लॉक के ग्राम दूबदेई के इमली के घाट के पास दो किसान धासान नदी की धार में फंसे हुए है। किसानों का रेस्क्यू करने के लिए प्रशासन ने आर्मी की मदद ली है। नदी का बहाव ज्यादा होने से प्रशासन एनडीआरएफ की टीम को भेजने का रिस्क उठाना नहीं चाह रही है। ऐसे में शासन स्तर से बात कर आर्मी को बुलाया गया है। ग्राम चंदेरी निवासी किसान राम मिलन यादव एवं चरण रैकवार अपने खेत पर सोए हुए थे। सुबह उठे तो धसान नदी के उफान पर होने पर यह अपने खेतों पर फंस गए। पहले तो किसान पानी कम होने का इंतजार करते, लेकिन जब यह बढ़ता गया तो सूचना दी गई। सूचना मिलते ही प्रशासन ने जब तक रेस्क्यू करने के लिए एनडीआरएफ की टीम को बुलाया तब तक पानी का स्तर और बहाव और तेज हो गया था। ऐसे में नाव के सहारे जाना मुश्किल हो रहा था।
कलेक्टर अवधेश शर्मा ने बताया कि नदी का जल स्तर काफी बड़ा है और वेग भी बहुत अधिक है। ऐसे में शासन स्तर से बात कर आर्मी के हेल्पीकॉप्टर से रेस्क्यू कराया जा रहा है। उनका कहना था कि इसके लिए झांसी और इलाहाबाद बात हो गई है। दोनों जगह पर हैलीकॉप्टर तैयार खड़े है। मौसम साफ न होने से टेकऑफ की परमीशन नहीं मिल रही है। जैसे ही परमीशन मिलती है यहां पर आर्मी के हैलीकॉप्टर की मदद से इन दोनों किसानों को बाहर निकाला जाएगा। इस पूरा प्रशानिक अमला मौके पर मौजूद था और हर स्थिति पर नजर रखे हुए था।

खंडवा में डैम के गेट खुले

खंडवा में नर्मदा नदी के ऊपरी कछार में जबरदस्त बारिश हो रही है। इसके चलते जिला प्रशासन ने बरगी बांध और तवा बांध के गेट खोल दिए हैं। इंदिरा सागर बांध के 12 गेट एक एक मीटर तक खोल दिए हैं । इससे 3048 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। टर्बाइन के जरिये बिजली बनाकर 1840 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। इंदिरा सागर बांध के गेट खोले जाने से निचले इलाकों में पानी बढ़ने का अलर्ट जारी किया है।

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भोपाल में कलियासोत और भदभदा डैंम के गेट खोले गए

राजधानी में 2 बांधों के गेट खोले गए भोपाल में बुधवार को कलियासोत डैम के 2 गेट और भदभदा डैम के एक गेट को खोल दिया गया। भदभदा डैम ऊपरी झील पर बना है, जबकि कलियासोत डैम भोपाल में बेतवा नदी की सहायक कलियासोत नदी पर बना है। भोपाल में लगातार बारिश हो रही है, जिससे ऊपरी झील का जलस्तर बढ़ गया है। इसके बाद पानी छोड़ने के लिए दोनों बांधों के गेट खोले गए। बरगी बांध का जलस्तर अपने अधिकतम जल भराव से ज्यादा हो गया है। बरगी बांध के 11 गेटों को डेढ़ मीटर तक खोला जा रहा है। लोगों को घाट से दूर रहने की चेतावनी जारी कर दी गई है।

नरसिंहपुर जिले के केरपानी गांव में नर्मदा की बाढ़ का पानी भरा

नरसिंहपुर जिले में बीते 36 घंटे से बारिश का दौर रुक  रुककर लगातार चल रहा है। बरगी के गेट खुलने से नर्मदा की बाढ़ के कारण कई मार्गो पर आवागमन प्रभावित है। साथ ही नर्मदा के तटीय  केरपानी गांव में नर्मदा की बाढ़ का पानी बाजार परिसर में भर गया है। जिससे कई लोगो का घरों से निकलना मुश्किल हो रहा है। आज गुरुवार को गांव में साप्ताहिक बाजार भी लगता है लेकिन जिस जगह दुकानें लगती हैं उधर पानी भरा होने से व्यापारी भी परेशान है। ग्रामीणों का कहना है की गांव में नर्मदा की बाढ़ का पानी आने के बाद भी प्रशासन की कोई टीम नही आई है।

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