दरअसल, केंद्र सरकार में केंद्रीय इस्पात और पंचायत विकास राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते मध्यप्रदेश के सिवनी से मंडला जा रहे थे। तभी उन्होंने अपने स्टाफ से गरमा-गरम भुट्टा खाने की इच्छा जाहिर की। केंद्रीय मंत्री की गाड़ी एक छोटे से टपरे पर रोक दी गई। मंत्रीजी कार से बाहर निकलकर दुकानदार को नींबू-नमक लगाकर भुट्टा सेंकने को कहते हैं। उन्होंने तीन भुट्टे की कीमत पूछी। दुकानदार ने 15 रुपए भुट्टे के हिसाब से तीन भुट्टे की कीमत 45 रुपए बताई। इतना सुनते ही मंत्रीजी चौंक गए हैं और कहते हैं कि इतना महंगा..। यहां तो फ्री में मिल जाता है। हालांकि युवा दुकानदार ने एक रुपए कम नहीं किया।
यहां देखें वीडियो
उसने इतना जवाब जरूर दिया कि हम तो 15 रुपए के हिसाब से भुट्टा बेचते हैं और लोग खरीदते भी हैं। जब तक दुकानदार तीन भुट्टों पर नींबू-नमक आदि लगाकर पैक करता है मंत्रीजी ने एक दर्जन और किलो के हिसाब से भाव भी पूछ लिए। हालांकि कुलस्ते इस दौरान मुस्कुराते रहे और युवा दुकानदार के व्यावसायिक गुणों को परखते रहे।
ताकि स्थानीय लोगों को रोजगार मिले
केंद्रीय मंत्री ने यह वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए लिखा है कि सभी को अपने स्थानीय किसानों और छोटे दुकानदारों से खाद्य वस्तुओं को खरीदना चाहिए। इससे उनको रोजगार और हमको मिलावट रहित वस्तुएं मिलेंगी। मंत्रीजी ने जो वीडियो शेयर किया है उसमें उन्होंने महंगाई का कोई जिक्र नहीं किया है, लेकिन वीडियो में उनकी बातें जरूर सुनाई दे रही हैं।
दुकानदार ने दिया खरा जवाब
मंत्रीजी की बातें सुनकर युवा दुकानदार ने मंत्रीजी को खरा जवाब दे दिया था। उसने कहा कि आपकी गाड़ी देखकर मैंने रेट थोड़े बढ़ा दिया है। आखिरकार कुलस्ते ने अपनी जेब में हाथ डाला और 50 का नोट निकालकर दुकानदार को दे दिया। उन्होंने दुकानदार का नाम भी पूछा तो उसने अपना नाम अरविंद बताया।
मंडला से सांसद हैं कुलस्ते
फग्गन सिंह कुलस्ते पहली बार 1990 में विधायक बने थे। 1996 में पहली बार मंडला लोकसभा से सांसद बने और अटल सरकार में राज्यमंत्री बने थे। इसेक बाद मोदी सरकार के कार्यकाल में भी वे राज्यमंत्री बने हैं। वे एक बार राज्यसभा सदस्य रहे और भारतीय जनता पार्टी के अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रहे।