ये आएगा खर्च
स्थायी बिजली कनेक्शन के लिए कनेक्शन शुल्क के साथ कॉलोनियों में बिजली इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करने के लिए भी शुल्क लिया जाएगा। इसके लिए करीब दस हजार रुपए देने होंगे। ट्रांसफार्मर आदि का खर्च जुड़ा तो यह राशि करीब 60 हजार रुपए बैठेगी।
200 मकानों की कॉलोनी का 1 करोड़ का बिल
बिजली कंपनी ने जोन स्तर पर सर्वे कर अलग-अलग कॉलोनियों में वहां की बिजली इंफ्रास्ट्रक्चर की जरूरतों के अनुसार बिल दिए गए हैं। औसतन 200 मकानों की कॉलोनी को करीब एक करोड़ तक का बिल दिया गया है। इस तरह प्रति घर औसतन 50000 की राशि बन रही है।
93 कॉलोनियों में अस्थाई कनेक्शन
राजधानी की करीब 93 कालोनियों में अस्थाई बिजली कनेक्शन हैं। इन्हें सामान्य से लगभग दोगुना दर पर बिजली बिल चुकाना पड़ रहा है। सबसे ज्यादा नीलबड़, रातीबड़ से जुड़े क्षेत्रों, कोलार रोड, करोद, रायसेन रोड, अवधपुरी से जुड़ी नयी कालोनियां शामिल हैं।
कई कालोनियों में यह भी दिक्कत
कई बिल्डर्स ने बिजली ट्रांसफार्मर से लाइन लिए बिना काम करवाया। मकान बनवाते समय अस्थायी खंभो से 100 से 125 मीटर दूरी से तार खींचकर कनेक्शन ले लिया। अब यहां ट्रांसफार्मर समेत अन्य इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करने के लिए नोटिस जारी हुए हैं।
* अस्थाई कनेक्शन को स्थाई करने के लिए बिजली कंपनी ने नोटिस दिया है। स्थाई कनेक्शन तो चाहते हैं, लेकिन एक मुश्त राशि भारी पड़ रही है।
– अनिल कुशवाहा, बिजली उपभोक्ता
* बिजली कंपनी अब 50 हजार रुपए का चार्ज ले रही है। इतनी बड़ी राशि हमारे पास नहीं है। इससे चिंतित हूं।
राजकुमार कनौजिया, बिजली उपभोक्ता
इनका कहना है * जिनके पास अस्थाई कनेक्शन हैं, वे तय समय में स्थाई कनेक्शन ले लें। ताकि वहां सुविधाएं विकसित हो सकें। सरकार भी चाहती है की सभी को स्थाई कनेक्शन मिले।