गौरतलब है कि नागौर शहर सहित जिले भर की प्राचीन एवं एेतिहासिक बावडि़यों का पुराना स्वरूप लौटाने एवं जीर्णोद्धार को लेकर राजस्थान पत्रिका ने ‘सुधरे बावडि़यों की दशाÓ समाचार अभियान चलाया था, जिसके तहत गत मंत्री चौधरी ने १४ जून को मानासर स्थित प्राचीन बावड़ी का निरीक्षण कर जीर्णोद्धार के लिए बजट स्वीकृत करने का आश्वासन दिया था।
कलक्टर ने दिखाई विशेष रुचि बावडि़यों की दशा सुधारने को लेकर पत्रिका की ओर से चलाए अभियान के तहत कलक्टर राजन विशाल ने विशेष रुचि दिखाते हुए न केवल जिलेवासियों को इस अभियान से जुडऩे की अपील की, बल्कि ब्लॉक स्तर पर चार-चार अधिकारियों की कमेटी बनाकर जिलेभर की बावडि़यों की सूची तैयार करवाई तथा जीणोद्धार के लिए सार्वजनिक निर्माण विभाग के अभियंताओं को निर्देश देकर डीपीआर भी तैयार करवाई। नागौर की तीन बावडि़यों की डीपीआर तैयार होने के बाद कलक्टर व्यक्तिगत रूप से केन्द्रीय राज्यमंत्री चौधरी को पत्र लिखकर १० लाख ३९ हजार रुपए सांसद कोष से देने का निवेदन किया। कलक्टर ने पत्रिका अभियान के तहत शहर की बावडि़यों का निरीक्षण भी किया। इसके बाद गत माह पत्रिका की ओर से मानासर स्थित पशुपालन विभाग के फार्म पर आयोजित पौधरोपण कार्यक्रम में भी हिस्सा लिया।
कहां कितना होगा खर्च केन्द्रीय राज्यमंत्री चौधरी की ओर से स्वीकृत किए गए बजट के अनुसार मानासर पशुपालन विभाग परिसर स्थित बावड़ी के लिए ६ लाख १३ हजार, बड़ली स्थित बावड़ी के लिए २ लाख ६८ हजार एवं प्रतापसागर बावड़ी के लिए १ लाख ५८ हजार रुपए खर्च होंगे।
जिलेभर की बावडि़यों की सुधरेगी दशा हम मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के द्वितीय चरण एवं महात्मा गांधी नरेगा के तहत जिले की बावडि़यों का जीर्णोद्धार करेंगे। इसके साथ जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग, जयपुर ने भी नागौर की बावडि़यों का जीर्णोद्धार करने की जिम्मेदारी ली है। – राजन विशाल, कलक्टर, नागौर