आपको बता दें कि, बीते 12 अगस्त को स्टेट क्राईम रिकॉर्ड ब्यूरो ने प्रदेश में E-FIR का ट्रायल रन शुरू किया था. एससीआरबी के एडीजी चंचल शेखर के अनुसार, ट्रायल रन सफल हो रहा है। अब हमारी ओर से डेढ़ माह में सामने आई E कंप्लेंट्स के दौरान जो भी कमिया, खामियां सामने आएंगी, उनमें सुधार किया जाएगा। इसके बाद व्यवस्थाओं को एक बार फिर अपडेट किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि अभी लोगों में ई-एफआईआर को लेकर जागरूकता की कमी है, लेकिन कुछ ही दिनों में इसका अच्छा रेस्पॉन्स देखने को मिला है। साधारण मामलों में लोगों को थाने जाने की जरूरत नहीं है। वो कहीं से भी अपनी एफआईआर दर्ज करा सकते हैं। पुलिस भी एफआईआर का 24 घंटे में निराकरण कर रही है। इस सिस्टम को लेकर फिलहाल कोई तकनीकी परेशानी सामने नहीं आई है।
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इसलिए की गई E-FIR की शुरुआत
SCRB के एडीजी चंचल शेखर के अनुसार, मध्य प्रदेश पुलिस द्वारा सिटीजन सर्विस में ई-एफआईआर दर्ज करने की सुविधा शुरू की गई है। एमपी पुलिस की वेबसाइट mppolice.gov.in, सिटीजन पोर्टल citizen.mppolice.gov.in और एमपी पुलिस के मोबाइल एप MPeCOP पर अपनी आईडी से लॉगिन करके ई-एफआईआर दर्ज कर सकते हैं। सिटीजन पोर्टल पर लॉगिन करने पर इसका ऑप्शन आएगा। प्रदेश पुलिस ये इसलिए कर रही है, क्योंकि अब आने वाले समय में पुलिस को पूरी तरीके से डिजिटल और हाईटेक होना है।
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ये है E-FIR की स्थिति
-12 अगस्त से शुरू हुई ई-एफआईआर सेवा में अब तक 280 E-FIR दर्ज हो चुकी हैं।
-प्रदेश में हर रोज औसतन 10 ई-एफआईआर दर्ज की जा रही हैं।
-साधारण चोरी, वाहन चोरी, छोटी चोरियों, मोबाइल चोरी आदि की एफआईआर के लिए लोगों को थाने के चक्कर नहीं लगाने पड़ रहे।
-280 ई-एफआईआर में वाहन चोरी, मोबाइल चोरी आदि शामिल हैं।
-बड़े शहर ही नहीं बल्कि छोटे शहरों में भी अब इस सेवा का लोग फायदा ले रहे हैं।
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