योजना पर सदन में पूछे गए सवाल
आपको बता दें कि सदन में प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस विधायक झूमा सोलंकी ने सवाल किया था कि ‘क्या लाड़ली बहना योजना’ के तहत दिसंबर 2023 में पात्र महिलाओं की तुलना में जनवरी 2024 में महिलाओं की संख्या कम हुई है। बाकी रह गई महिलाओं का पंजीयन कब से शुरु होगा ? साथ ही 18 साल से 21 साल तक की महिलाओं को लाड़ली बहना योजना में शामिल किया जाएगा या नहीं ?
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मंत्री ने दिया जवाब
इसका जवाब देते हुए महिला एवं बाल विकास मंत्री निर्मला भूरिया ने कहा कि, दिसंबर 2023 में पात्र महिलाओं की तुलना में जनवरी 2024 में महिलाओं की संख्या कम हुई है। मंत्री भूरिया ने इसकी कई वजहें बताई हैं। उन्होंने कहा कि कई महिलाओं ने स्वेच्छा से लाभ का परित्याग किया है। इसके अलावा समग्र से डिलीट होने के कारण 1 जनवरी 2024 को 60 साल की आयु पूरी होने के कारण भी कई महिलाओं को योजना से बाहर किया गया है।
18 से 21 साल की महिलाएं योजना में शामिल नहीं होंगी- जवाब
इसके अलावा आधार से समग्र डिलीट होने और मृत होने के कारण लाड़ली बहना योजना में पंजीकृत महिलाओं की संख्या में कमी आई है। मंत्री ने कहा कि शेष रह गई महिलाओं का पंजीयन कब शुरू होगा, फिलहाल इसकी भी कोई समय सीमा नहीं बताई जा सकती। जवाब देते हुए मंत्री ने ये भी साफ किया कि 18 साल से 21 साल तक की महिलाओं को लाड़ली बहन योजना में शामिल करने का कोई प्रस्ताव नहीं है।
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क्या है सरकार की लाडली बहना योजना ?
गौरतलब है कि, मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार ने विधानसभा चुनाव के 3 महीने पहले सूबे में लाड़ली बहना योजना की शुरुआत की थी। योजना के तहत प्रदेश की 1 करोड़ 29 लाख लाड़ली बहनाएं पंजीकृत हुईं, जिनके खाते में प्रदेश सरकार हर महीने 1250 रुपए राशि डाल रही है। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ऐलान किया था कि बाकी रह गई लाड़ली बहनों का भी जल्द से जल्द योजना के तहत पंजीकृत कर लिया जाएगा। साथ ही महिलाओं को दी जाने वाली राशि को क्रमबद्ध तरीके से बढ़ाते हुए 3 हजार रुपए प्रतिमाह तक ले जाया जाएगा।