बारिश के बाद बढे आकड़ें
अक्टूबर महीने में मानसून की तो विदाई हो गई लेकिन डेंगू अभी भी लोगों के घरों में दस्तक दे रहा है। भोपाल में 431 मरीज इस मच्छरजनित बीमारी से संक्रमित हो चुके है। मध्यप्रदेश के लोक स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा विभाग की रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में डेंगू के सबसे ज्यादा मामले आर्थिक राजधानी इंदौर से सामने आए है। वहीं ग्वालियर दूसरे और रीवा डेंगू के मामले में तीसरे नंबर पर है। पिछले साल के मुकाबले इस साल आकड़ें दोगुनी तेजी से बढ़ें हैं। बता दें कि डेंगू एक वायरल संक्रमण के कारण होता है और ये एडीज मच्छरों के कटाने से फैलता है। इस बीमारी को हड्डी तोड़ बुखार के नाम से भी लोग जानते है। बीमारी के दौरान मरीज को कई तरह के शारीरिक कष्टों को झेलना पड़ता है। आमतौर पर ये वायरल 10 दिन तक ही एक्टिव रहते है। लेकिन कई बार इनका प्रभाव इतना होता है कि वे मरीज की जान ले लेते है