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आमजनों के साथ ही प्रदेश का सरकारी अमला भी रामलला के दर्शन के लिए उत्साहित है। प्रदेश के सरकारी अधिकारी— कर्मचारी भी इस जश्न में शरीक होने के लिए बेकरार हैं और इसके लिए छुट्टी की भी मांग कर रहे हैं। 22 जनवरी को सार्वजनिक अवकाश घोषित होने की स्थिति में प्रदेश के सरकारी अमले को लगातार तीन दिन का अवकाश मिलेगा।
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कर्मचारियों— अधिकारियों और कुछ संगठनों ने 22 जनवरी को सार्वजनिक अवकाश देने की राज्य सरकार से मांग की है। शासकीय शिक्षक संगठन ने इस संबंध में सीएम मोहन यादव और मुख्य सचिव वीना राणा को भी पत्र लिखा है। संगठन का कहना है कि अयोध्या में मंदिर में श्री रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह एक ऐतिहासिक घटना है और इस मौके पर प्रदेश में सार्वजनिक अवकाश घोषित किया जाना चाहिए।
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संगठन पदाधिकारियों के अनुसार सभी सनातनियों के लिए यह मुद्दा न केवल आस्था से जुड़ा है बल्कि यह अवसर भी अलौकिक होगा। 22 जनवरी को सार्वजनिक अवकाश घोषित करने से प्रदेश के सभी सरकारी अधिकारी—कर्मचारियों को इस क्षण का भागीदार होने का मौका मिल सकेगा।
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खास बात यह है कि 22 जनवरी को अवकाश घोषित होने की स्थिति में सरकारी अमले को लगातार तीन दिनों की छुट्टी मिलेगी। 22 जनवरी के पहले 21 जनवरी को रविवार का अवकाश है जबकि इससे पहले 20 जनवरी को शनिवार की छुट्टी है।
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गौरतलब है कि बनारस यानि काशी के संतों ने भी 22 जनवरी को देशभर में सार्वजनिक अवकाश घोषित करने की मांग की है। संतों ने इसके लिए केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है।
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