साध्वी प्रज्ञा पर सहमति नहीं होने की बात रविवार को उस समय खुले में आ गई, जब भाजपा के ही एक सहयोगी दल के नेता जो केंद्र में मंत्री भी हैं ये कह बैठे की प्रज्ञा के चयन का यह निर्णय भाजपा का है, लेकिन हम अपनी पार्टी से प्रज्ञा को टिकट नहीं देते।
दरअसल केंद्रीय मंत्री और भाजपा की सहयोगी आरपीआई के अध्यक्ष रामदास आठवले ने महाराष्ट्र एटीएस चीफ हेमंत करकरे को बलिदानी बताते हुए भाजपा की भोपाल उम्मीदवार प्रज्ञा ठाकुर की टिप्पणी का विरोध किया है। प्रज्ञा की उम्मीदवारी पर उन्होंने कहा, यह निर्णय भाजपा का है, लेकिन हम अपनी पार्टी रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया से प्रज्ञा को टिकट नहीं देते।
इधर, भाजपा नेता ने थामा कांग्रेस का हाथ…
हुजूर विधानसभा के पूर्व विधायक एवं भाजपा नेता जितेंद्र डागा ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया। रविवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पार्टी उम्मीदवार दिग्विजय सिंह ने डागा को कांग्रेस की सदस्यता दिलाई।
डागा विधानसभा चुनाव से ही संगठन से नाराज चल रहे थे। उन्होंने हुजूर विधानसभा क्षेत्र से टिकट मांगा था, लेकिन पार्टी ने मना कर दिया और भविष्य में बड़ी जिम्मेदारी देने का विश्वास दिलाया। लोकसभा चुनाव आते ही डागा ने एक बार फिर भोपाल संसदीय क्षेत्र से टिकट देने की मांग करनी शुरू कर दी। संगठन ने इस बार भी नहीं सुनी जिससे नाराज होकर डागा ने कांग्रेस में जाने का फैसला लिया।
डागा ने कहा कि भाजपा में अब संगठन नाममात्र का भी नहीं बचा है। सारे बड़े फैसले दिल्ली में बैठे बड़े नेता लेते हैं, इसलिए कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों का उत्साह गिरता जा रहा है। पार्टी में हो रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ मैंने आवाज उठाई तो उसे दबा दिया गया।
आरोप: कांग्रेस प्रवक्ता सुरजेवाला बोले भाजपा के प्रचारकों में सीबीआई, ईडी भी…
वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के राष्ट्रीय मीडिया विभाग प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भोपाल में भाजपा पर हमला करते हुए यहां तक कहा कि भाजपा में पांच स्टार प्रचारक हैं नरेंद्र मोदी, अमित शाह, ईडी, सीबीआई और इन्कम टैक्स शामिल हैं। ये सभी मिलकर भाजपा का चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि ईटेंडरिंग मामले में अब जांच बड़े नेताओं तक पहुंच रही है, जिससे भाजपा बौखला गई है। भाजपा राज में किसान बेहाल है और दलाल मालामाल हैं।
कमलनाथ बोले : याद रखिएगा फसल सामने कटेगी
हरदा के रहटगांव वनग्राम कायदा में रविवार को कांग्रेस प्रत्याशी रामू टेकाम के पक्ष में चुनावी सभा संबोधित करने पहुंचे मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि वे क्षेत्र में ऐतिहासिक विकास कार्य कराएंगे, लेकिन याद रखिएगा फसल सामने ही कटेगी, सबको रिजल्ट लाकर देना पड़ेगा। उनका इशारा कांग्रेस प्रत्याशी को जीत दिलाने पर ही विकास संबंधी कोई कार्य कराने की ओर था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने आदिवासियों को हमेशा सम्मान दिया है।