छिंदवाड़ा न केवल कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ की परंपरागत सीट है बल्कि ये कई सालों से कांग्रेस का गढ़ भी बना हुआ है। यहां पार्षद पद के लिए हुए उपचुनाव में प्रत्याशी ने कमलनाथ के चेहरे पर ही वोट मांगे थे जबकि बीजेपी प्रत्याशी ने पीएम मोदी और सीएम शिवराजसिंह चौहान को आगे रखकर चुनाव लड़ा था।
वार्ड 42 के लिए हुए उपचुनाव में बीजेपी के प्रत्याशी संदीप सिंह चौहान ने कांग्रेस के प्रत्याशी राजू गोस्वमी को 436 वोट से हराया। पहले यहां निर्दलीय प्रत्याशी जीते थे जिन्होंने आत्महत्या कर ली थी। उनके निधन के बाद वार्ड पार्षद पद के लिए उपचुनाव हुआ। इसके लिए 13 जून को वोटिंग की गई थी।
पार्षद पद के लिए हुए इस उपचुनाव में दोनों ही दलों यानि बीजेपी और कांग्रेस ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी। यहां परंपरागत रूप से बीजेपी जीतती रही थी इसलिए एक बार फिर वार्ड पर कब्जा करने के लिए पार्टी नेताओं ने जबर्दस्त प्रचार किया।
प्रदेश में विधानसभा चुनावों के ऐन पहले छिंदवाड़ा में मिली इस जीत से बीजेपी कार्यकर्ताओं मेें नया उत्साह जगा दिया है। बीजेपी इस बार विधानसभा चुनावों के साथ ही लोकसभा चुनाव में छिंदवाड़ा सीट भी जीतना चाहती है और पार्षद पद पर विजय के बाद इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कार्यकर्ताओं में नया जोश उभर सकता है।
इधर परासिया में भी निकाय उपचुनाव की काउंटिंग चल रही है। यहां वार्ड नंबर 6 के लिए उपचुनाव हुआ था, 13 जून को हुई वोटिंग के बाद काउंटिंग आज की जा रही है।