उनके निधन से विंध्य क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। वे पूर्व विधानसभा अध्यक्ष श्रीनिवास तिवारी के बेटे हैं। वे मप्र विधानसभा के सदस्य भी रहे हैं। वे रीवा लोकसभा से एक बार सांसद और गुढ़ विधानसभा से 2013 में विधायक भी रह चुके हैं।
इससे पहले वर्ष 2018 में ही सुंदरलाल तिवारी के पिता व्हाइट टाइगर नाम से विख्यात पूर्व विधानसभा अध्यक्ष श्रीनिवास तिवारी का भी 93 वर्ष की उम्र में निधन हो गया था।
बयानों को लेकर रहे खास चर्चा में…
इससे पहले सुंदरलाल तिवारी ने मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2018 में सियासी बयानबाजी के दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को आतंकी संगठन करार दे दिया था।
हालांकि सुंदरलाल तिवारी के इस विवादित बयान से कांग्रेस ने पल्ला झाड़ लिया। उस समय कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि आरएसएस ऐसी संस्था होती तो हम प्रतिबंध लगाने की बात करते।
ये बोले थे तिवारी…रीवा से कांग्रेस विधायक सुंदरलाल तिवारी ने कहा, “आरएसएस वह संस्था है जिसने महात्मा गांधी की हत्या की। वे धार्मिक आधार पर देश में नफरत का माहौल पैदा कर रहे हैं। उन्होंने कभी भारतीय ध्वज नहीं फहराया। वे आतंकवाद के प्रतीक हैं।”
तिवारी के बयान पर भाजपा ने प्रतिक्रिया दी थी। भाजपा सांसद आलोक संजर ने कहा था कि कांग्रेस नेताओं को सिर्फ संघ दिखता है। कांग्रेस नेता टिप्पणी करने से पहले संघ का चिंतन करें। अगर वे चिंतन करेंगे तो ऐसे बयान नहीं देंगे।