कांग्रेस का सदस्यता अभियान मार्च माह तक चलना है, इसके लिए पूरा रोड मैप तैयार किया गया है। इस अभियान के दौरान अधिक से अधिक लोगों को पार्टी से जोडऩे की तैयारी है। असल में पार्टी का फोकस पूरी तरह से आगमी समय में होने वाले विधानसभा के आमचुनाव हैं। हाल ही में हुए उप चुनाव में कांग्रेस को दो सीटें हाथ से निकलने से झटका लगा, वहीं खण्डवा लोकसभा सीट में सफलता न मिलने के कारण भी निराशा हुई। इस चुनाव में सामने आई गलतियों से सीख लेते हुए पार्टी आगे की रणनीति पर काम कर रही है। आदिवासी क्षेत्रों में फोकस बढ़ाना इसी कड़ी का हिस्सा है।
जनजाति वर्ग की 47 सीटों पर फोकस –
कांग्रेस का फोकस जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित 47 सीटों पर अधिक है। युवा कांग्रेस और आदिवासी कांग्रेस इन समुदाय के लोगों से मुलाकात कर इन्हें पार्टी की रीति और नीति से अवगत कराएंगे। उन्हें पार्टी से जोडऩे के साथ भाजपा सरकार की कथनी और करनी का अंतर भी बताया जाएगा। कांग्रेस सरकार के दौरान किए गए कार्यों की जानकारी भी उन्हें दी जाएगी।