‘सीएम राइजिंग स्कूल’की विशेषताएं
आपको बता दें कि, मध्य प्रदेश में शिक्षा का स्तर सुधारने के लिये सरकार की ओर से प्रदेशभर में 9200 ‘सीएम राइज स्कूल’ खोलने की तैयारी की है। राइजिंग स्कूल के जरिये सरकार का उद्देश्य बच्चों को ज्ञान, कौशल और नागरिकता के संस्कार देने के साथ ही, भारतीय संस्कृति और संस्कारों की शिक्षा देना। प्रदेश में चार स्तरों जिला, विकासखंड, संकुल और गांवों के समूह स्तरों पर सीएम राइज स्कूल बनाना प्रस्तावित हैं। वहीं, जिला स्तर पर प्रत्येक जिले में एक (कुल 52) सीएम राइज स्कूल खोलने की तैयारी कर ली गई है। इन प्रत्येक स्कूलों में 2000 से 3000 विद्यार्थी पढ़ सकेंगे।
नया स्कूल नहीं खुलेगा
पिछले दिनों कैबिनेट में मिली मंजूरी के हिसाब से प्रदेश में नया स्कूल नहीं खोला जाएगा। बल्कि सीएम राइज स्कूलों में जैसे-जैसे सुविधाएं बढ़ेंगी, उनकी 15 किमी परिधि के स्कूलों को समाहित किया जाएगा। वैसे तो ये स्कूल एक ही परिसर में चलना है, पर विशेष परिस्थिति में दो परिसर भी किए जा सकेंगे। कम से कम एक किमी दूर से आने वाले बच्चे को स्कूल परिवहन सुविधा देगा। हालांकि, केजी और नर्सरी कक्षाओं के बच्चों के परिवहन के मामले में अभी मापदंड तय होंगे। परिवहन सुविधा आउटसोर्स से होगी और टेंडर से ऑपरेटर का चयन होगा। ये संवेदनशील मामला है। इसलिए विकास खंड स्तर पर परिवहन प्रबंधक और स्कूल में परिवहन समन्वयक नियुक्त होंगे, जो सुरक्षित परिवहन पर काम करेंगे।
तीन चरण में बनेंगे स्कूल
पहले चरण में 350 स्कूल इसी साल से शुरू होंगे और इनके भवन तीन साल में पूरे होंगे। अगले पांच साल में 8500 और उसके बाद अगले दो साल में 350 स्कूल खोले जाएंगे। पहले चरण के स्कूलों में केजी से 12वीं, दूसरे चरण में केजी से 12वीं, केजी से 10वीं और केजी से आठवीं तक के स्कूल खोले जाएंगे।
इन सुविधाओं से लैस होगा स्कूल
सर्वसुविधायुक्त अधोसंरचना, पर्याप्त एवं दक्ष शिक्षक, बेहतर विद्यालय नेतृत्व, अभिभावकों की सहभागिता, विद्यार्थियों को कौशल में दक्ष करने के लिए स्मार्ट कक्षाएं, सभी प्रकार की प्रयोगशालाएं, कला, संगीत, इनडोर-आउटडोर खेलकूद व्यवस्थाएं, परिवहन सुविधा, केजी-नर्सरी की शिक्षा, व्यावसायिक शिक्षा और नैतिक एवं योग शिक्षा।
जनसभा में सीएम ने लगाई सौातों की झड़ी
जनदर्शन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सतना जिले रैगांव सभा को संबोधित करते हुए आमजन के लिये कई सौगातों का ऐलान किया है। इस दौरान मुख्यमंत्री भू-अधिकार योजना का शुभारंभ किया। इस दौरान सीएम ने बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि, हर भूमिहीन को खुद के प्लाट दिये जाएंगे।
सीएम शिवराज ने सभा में लगाई सौगातों की झड़ी
जन सभा में सीएम शिवराज ने कहा कि, जहां खेती हो रही है, वहां से लाइम स्टोन नही निकाला जाएगा। निर्देश दे रहा हूं कि, ऐसे प्रस्ताव अगर विभाग ने बनाए हैं, तो उन्हें कैंसिल किया जाएं। किसान रहेगा, तो हम सब बना लेंगे। हमे गरीबो की ,किसानों की जिंदगी बदलना है। चौथी बार बड़ी चुनौती थी, कोरोना था,खजाना खाली था। कर्ज लेकर काम कर रहा हूँ , विकास के लिए कर्ज लेना कोई बुरी बात नही। पीएम किसान निधि के साथ हमने 4 हजार देना शुरू किया है, जिले में 2 लाख 1 हजार किसान इसका लाभ पा रहे हैं। अगर कोई शेष रह गया है तो सर्वे करा कर नाम जुड़वाए जाएं। अगर सरकार गरीब के लिए नही तो फिर किस काम की सरकार। मैहर वाली माता ने कृपा की तो सवा साल में ही मेरी चौथी बार वापसी हुई ,जनता के सेवा करना है।
सतना को मॉडल बनाया जाएगा
सीएम ने कहा कि, ‘दीनदयाल जी की जयंती पर उन्हें रैगांव से प्रणाम कर रहा हूं। वो कहते थे कि, दीनो की सेवा कर ली, गरीब की आंख के आंसू पोछे तो भगवान खुश होंगे। उनकी जयंती पर आज मैं एक नई योजना ‘मुख्यमंत्री भू अधिकार’ योजना का शुभारंभ कर रहा हूं। सभी के पास रहने की जमीन होना चाहिए, ताकि मकान बनवा सकें। जिन गरीबों के पास जमीन नही है, उन्हें जमीन के टुकड़े का पट्टा दिया जाएगा। अभियान चला कर उन्हें सरकारी जमीन पर आवास काटे जाएंगे। जहां नही है, वहां अगल-बगल में कॉलोनी बसाएंगे ,लेकिन जहां नहीं ही होगी, वहां प्राइवेट जमीन खरीद कर दी जाएगी। सतना जिले को मॉडल के रूप में स्थापित किया जाएगा।
27 सितंबर को फिर वैक्सीनेशन महाअभियान
इस दौरान सीएम ने बताया कि, मध्य प्रदेश में 27 सितंबर को एक बार फिर टीकाकरण महाभियान चलाया जाएगा। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी का जिक्र करते हुए कहा कि, ‘जिंदगी का डोज नरेंद्र मोदी जी फ्री में दे रहे हैं, लगवाने में क्या हर्ज है। कोरोना से बचने का यही तरीका है।
रामपुर को सिविल अस्पताल की सौगात
रामपुर को सिविल अस्पताल बनाएंगे। विक्की और सांसद ने बताया है। हम जनदर्शन सिर्फ रैगांव में ही नही कर रहे,पन्ना भी गए थे, कमलनाथ ने वहां का एग्रीकल्चर कालेज चुरा लिया था। छिंदवाड़ा ले गए थे, हमने वापस दिलाया।