कोटा में कोचिंग क्लास के स्टूडेंट को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कई अहम टिप्स दीं। उन्होंने कहा कि जीवन में सफलता के तीन मूल मंत्र हैं, जिन्हें विद्यार्थियों को आत्मसात करना चाहिए- पर्याप्त नींद लें, नियमित रूप से व्यायाम करें और प्राणायाम को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं। उन्होंने अपने लक्ष्य पर शुरू से ही ध्यान केंद्रित रखने की भी अहमियत बताई।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि विद्यार्थियों को अपना जुनून हमेशा कायम रखना चाहिए। इच्छाशक्ति जितनी दृढ़ होगी, लक्ष्य उतना ही आसान होगा। एलन कोचिंग के समउन्नत भवन में मुख्यमंत्री डॉ. यादव का विद्यार्थियों ने गजहार पहनाकर स्वागत किया।
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कोचिंग स्टूडेंट के समक्ष मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अपनी जिंदगी का एक राज भी खोला। उन्होंने यहां बताया कि मैैंने समाज सेवा के लिए डॉक्टरी छोड़ दी थी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि हमारे समय में पीएमटी होती थी जिसमें सन 1982 में मेरा चयन मेडिकल कॉलेज के लिए हो गया था। मैंने अपना लक्ष्य समाज सेवा निर्धारित कर लिया था इसलिए मेडिकल में प्रवेश न लेते हुए, बीएससी की। यहां मैं यूनिवर्सिटी प्रेसिडेंट रहते हुए राजनीति में सक्रिय रह सका और समाजसेवा का लक्ष्य भी प्राप्त कर सका।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस मौके पर एलन शिक्षण संस्थान को मध्यप्रदेश के उज्जैन में कोचिंग खोलने के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि उज्जैन में एलन कोचिंग खुलने से प्रदेश के छात्रों को भी स्थानीय स्तर पर लाभ प्राप्त हो सकेगा।