डॉक्टर्स का कहना है कि, ओमिक्रॉन के कमजोर होने और वैक्सीनेटेड होने के भ्रम में सरकार से लेकर खुद व्यक्ति तक लापरवाह हो गया है। संक्रमण को रोकने के लिए दूसरी लहर में जो एहतियात बरती जा रही थे, वे इस बार नदारद हैं। इसी कारण संक्रमण घर के भीतर भी पहुंच रहा है।
यह भी पढ़ें- इन सेक्टरों में निकलने वाली हैं सरकारी भर्तियां, हर महीने 1 लाख रोजगार
सरकार की लापरवाही
दूसरी लहर घातक थी, लेकिन लॉकडाउन था। बाजार, मॉल और ऑफिस सब बंद थे, इसलिए वायरस का फैलाव ज्यादा नहीं हो पाया। इस बार ज्यादा सख्ती नहीं दिखाई जा रही।
हमारी लापरवाही
दूसरी लहर में बार-बार सैनिटाइजर का उपयोग करना, भीड़ से बचना, घर में बच्चों-बुजुर्गों से मिलने से पहले खुद को साफ करने जैसे एहतियात बरे जा रहे थे, इसलिए परिवार बचे हुए थे। पर इस बार लोग घर से बाहर घूम रहे हैं। कोविड नियम भी नहीं मान रहे।
यह भी पढ़ें- बारात को बीच में छोड़ दुल्हन की स्कूटी पर बैठ गया दूल्हा
इस तरह समझ सकते हैं
-केस नंबर 1
भोपाल के चौकसे नगर में रहने वाले कमल राजपूत के घर दो साल के बेटे को सर्दी-जुकाम और डायरिया की शिकायत हुई। जांच कराई तो कोविड पॉजीटिव निकली। तीन दिन में घर के सभी सदस्य भी पॉजीटिव हो गए। कमल की चौक बाजार में दुकान है, जहां हर रोज सैकड़ों लोग आते हैं, जिससे संक्रमण घर तक पहुंचने की संभावना है।
-केस नंबर 2
शहर की गुलमोहर कॉलोनी में रहने वाली सात साल की भवानी के स्कूल बंद है। वो बाहर खेलने भी नहीं जाती, इसके बावजूद घर में सबसे पहले पॉजीटिव हुई, इसके बाद उनके 79 वर्ष के दादा की रिपोर्ट भी पॉजीटिव आ गई। भवानी के पिता भी शोरूम मे काम करते हैं, घर जाने से पहले उन्होंने भी सावधानी नहीं बरती और परिवार संक्रमित हो गया।
यह भी पढ़ें- फिर होगी बारिश, यहां 3 डिग्री से नीचे पहुंचा रात का तापमान
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
बस और ट्रक में जोरदार भिड़ंत, पुलिया के नीचे गिरा ट्रक – देखें Video