इंदौर सहित मालवा-निमाड़ के प्रमुख लोक सांस्कृतिक पर्व रंगपंचमी पर माध्यमिक शिक्षा मंडल बोर्ड की कक्षा 10वीं एवं कक्षा 12वीं की परीक्षाओं को अन्य तारीख में कराने की मांग की जा रही थी। ‘पत्रिका’ ने गुरुवार के अंक में प्रमुखता से समाचार का प्रकाशन किया तो इंदौर संभाग के जिलों से जनप्रतिनिधियों ने छात्र-छात्राओं की आवाज सरकार तक पहुंचाने के लिए कदम बढ़ा दिए। केन्द्रीय राज्यमंत्री व धार सांसद सावित्री ठाकुर ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को पत्र भी लिखा। वहीं, कैबिनेट मंत्री निर्मला भूरिया और नागरसिंह चौहान ने स्कूल शिक्षामंत्री से चर्चा कर रंगपंचमी पर प्रस्तावित प्रश्न-पत्र को अन्य तारीख में करने की मांग रखी। कई विधायक भी माध्यमिक शिक्षा मंडल के फैसले को उचित नहीं ठहरा रहे। जिलों के कलेक्टर्स ने माध्यमिक शिक्षा बोर्ड को जनभावना से अवगत कराया।
उधर, छात्र-छात्राओं के साथ अभिभावकों ने भी खुलकर परीक्षा कार्य₹म में बदलाव की मांग की, विशेषकर रंगपंचमी का प्रश्न-पत्र का दिन बदलने को कहा। यह भी पढ़ें: एमपी का गंदा टीचर, घर पर बुलाकर दो दर्जन से ज्यादा स्टूडेंट का किया यौन शोषण
देवास कलेक्टर ऋषव गुप्ता ने बताया कि रंगपंचमी के दिन बोर्ड परीक्षाओं के आयोजन के विषय को माशिमं के समक्ष रखा। हमने पर्व की महत्ता को लेकर बात रखी। प्रदेश के कैबिनेट मंत्री नागरसिंह चौहान के मुताबिक रंगपंचमी का उत्सव पूरे अंचल में उत्साह से मनाया जाता है। कई जगह स्थानीय अवकाश रखा जाता है। इस दिन इंदौर में भव्य गेर भी निकलती है। ऐसे में त्योहार के दिन होने वाला प्रश्न पत्र आगे बढ़ाना छात्र हित में भी है।
यह भी पढ़ें: – एमपी में बोर्ड परीक्षा में बड़ा बदलाव, होली पर्व के कारण किया परिवर्तन महू विधायक उषा ठाकुर ने इस संबंध में स्कूल शिक्षा मंत्री को पत्र लिखकर टाइम टेबल में बदलाव की मांग करने का आश्वासन दिया था। उन्होंने बताया कि पर्व इंदौर सहित समूचे क्षेत्र में उल्लास के साथ मनाया जाता है। इस दिन बोर्ड परीक्षाएं रखना ही गलत था, यह समझ से परे है।
इंदौर के कलेक्टर आशीष सिंह ने भी माशिमं की बोर्ड परीक्षा कार्यक्रम पर बैठक में चर्चा करने और जिले के फीडबैक से मंडल को अवगत कराने को कहा था। यह भी पढ़ें: बीजेपी से निष्कासित पार्षद से भी कांप रहे पुलिस अफसर, गिरफ्तारी के डर से हुआ अंडरग्राउंड, बचा रहे बड़े नेता
धार सांसद केंद्रीय राज्यमंत्री सावित्री ठाकुर ने कहा कि मालवा-निमाड़ सहित प्रदेश में रंगपंचमी का त्योहार धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन बोर्ड परीक्षा आयोजित करने का निर्णय उचित नहीं है। उन्होंने इस संबंध में सीएम से चर्चा करने की बात कही थी। रंगपंचमी के दिन होने वाले प्रश्न-पत्र अन्य तारीख में किए जा सकते हैं।
खातेगांव के विधायक आशीष शर्मा के अनुसार रंगपंचमी मालवा का प्रमुख त्योहार है, इस दिन परीक्षा नहीं होना चाहिए, यह कैसे संभव हो सकता है। बोर्ड परीक्षाओं की तारीख बदलने की मांग से शिक्षामंत्री को अवगत कराया गया है।
महिला एवं बाल विकास मंत्री निर्मला भूरिया ने भी स्कूल शिक्षा मंत्री से रंगपंचमी के दिन होने वाले प्रश्न पत्र की तारीख बदलने का निवेदन करने की बात कही थी। उनका कहना है कि रंगपंचमी हमारे मालवा निमाड़ का एक प्रमुख त्योहार है। ऐसे में इस दिन परीक्षा होने से बच्चों के परिणाम पर असर होगा।