पत्रकार की…
उसे पांच दिन के रिमांड पर पुलिस को सौंपा है। विशेष जांच दल का नेतृत्व कर रहे डीएसपी हेडक्वार्टर राकेश छारी ने बताया कि घटना के सीसीटीवी फुटेज प्रत्येक एंगल से देखे गए हैं। टेलीकॉम कंपनी से संदीप के मोबाइल की कॉल डिटेल मांगी गई है। उधर, पत्रकार संदीप की पत्नी को नौकरी, बच्चों को केंद्रीय विद्यालय में प्रवेश तथा 25 लाख की आर्थिक सहायता दिलाए जाने की मांग लेकर पत्रकारों ने राज्यपाल के नाम कलेक्टरको ज्ञापन दिया।
आंतरिक सुरक्षा पर कैबिनेट कमेटी
प्रदेश में आतंरिक सुरक्षा के लिए कैबिनेट कमेटी गठित होगी। जिला स्तर पर कानून व्यवस्था की साप्ताहिक समीक्षा होनी चाहिए। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में पुलिस बल को हॉक फोर्स के बराबर विशेष भत्ता देने के लिए कार्रवाई जल्द करने को कहा। अजजा वर्ग पर सामान्य प्रकरणों को 15 अप्रैल तक वापस लिए जाएंगे। असामाजिक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
ट्रक से कुचल कर हत्या…
ज्ञात हो कि पत्रकार संदीप शर्मा की सोमवार को भिंड में ट्रक से कुचलकर मौत हो गई थी। ये पूरी घटना सीसीटीवी कैमरों में कैद हुई जिसमें साफ नजर आ रहा था कि ट्रक ने जानबुझकर संदीप को कुचला। संदीप को कुचलने के बाद ट्रक चालक ट्रक लेकर तेजी से फरार हो गया।
हालांकि बाद में पुलिस ने ट्रक जब्त कर चालक रणवीर यादव को हिरासत में ले लिया था। पत्रकार शर्मा बाइक से सर्किट हाउस की ओर जा रहे थे तभी रेत ढोने वाले ट्रक ने उन्हें पीछे से टक्कर मारते हुए रौंद दिया। ड्राइवर का कहना है कि वारदात के वक्त क्लीनर ट्रक चला रहा था। क्लीनर के पास भारी वाहन चलाने का लाइसेंस भी नहीं है।
किया था स्टिंग ऑपरेशन…
जानकारी के अनुसार संदीप ने पिछले दिनों खनन माफिया और पुलिस के गठजोड़ को उजागर करता स्टिंग ऑपरेशन किया था। उन्होंने एसडीओप इंद्रवीर सिंह भदौरिया का स्टिंग ऑपरेशन किया था। जिससे पुलिस और रेत माफिया की मिलीभगत उजागर हुई थी।
एसडीओपी ने इस वीडियो को गलत बताया था। हालांकि बाद में एक अन्य मामले में लापरवाही के चलते भदौरिया को पुलिस मुख्यालय भोपाल अटैच कर दिया गया है। इधर विभाग ने स्टिंग की जांच शुरु कर दी थी।
जताई थी हत्या की आशंका…
इस दौरान संदीप ने अपनी ओर से एसपी से लेकर पुलिस के आला अधिकारियों को पत्र लिखकर जान को खतरे की आशंका जताई थी। उन्होंने पत्र में ये भी लिखा था कि उनके साथ कभी भी कोई भी हादसा हो सकता है।