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वेरिएंट बदल रहा है अपना स्वरूप
राजधानी की दर पांच प्रतिशत से नीचे आ गई है। जानकारों का कहना है कि अब ज्यादा सतर्क-सचेत रहना है, क्योंकि
कोरोना का नया वेरिएंट स्वरूप बदल रहा है। ऐसे में ये नए रूप में सामने आ सकता है। इसलिए कोविड के नियमों का पालन कर इसे आसानी से हरा सकते हैं। हाल ही में जिन क्षेत्रों में सबसे ज्यादा मरीज मिले उनमें मिसरोद, जाटखेड़ी, बावड़ियाकला, होशंगाबाद रोड की अन्य कॉलोनी, कोलार की कॉलोनियां हैं। गोविंदपुरा में दो दिनों से होम आइसोलेशन के मरीजों को घरों में ही रहने की समझाइश दी जा रही है।
औसत सात हजार सैम्पल हो रहे रोजाना
रोजाना सात हजार के आस-पास सैम्पल लिए जा रहे हैं। इसमें से काफी सैम्पल अब रैंडमली बाजार में कहीं भी वाहन खड़ा कर लेना शुरू कर देते हैं। जिससे पता चलता रहे कि किस क्षेत्र में संक्रमण की दर कितनी है। हाल ही में तीन जगहों पर रैंडमली सैम्पलिंग की गई है। जिसमें पुराने शहर के मुकाबले नए में संक्रमण की रफ्तार देखने को मिली है। एक जून को अनलॉक होने के बाद ऐसे ही क्षेत्रों को कंटेनमेंट बनाया जाएगा।
हर जगह किल कोरोना-4
कलेक्टर अविनाश लवानिया के निर्देशानुसार हर गांव, हर वार्ड में किल कोरोना 4 अभियान चलाना है, जिससे लक्षण वालों की पहचान कर उनका सैंपल व आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं उलपब्ध कराने के बाद जिले को 31 मई तक कोरोना मुक्त करना है। इसमें सर्दी, खांसी, बुखार के मरीजों की टेस्टिंग कर उन्हें कोविड केयर सेन्टर में अलग से आइसोलेट किया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में जहां एक से अधिक केस हैं, वहां डोर-टू-डोर सर्वे कराकर स्क्रीनिंग की जा रही है।