जवाहर चौक के पास इसके किनारे पर फिनिशिंग काम हो रहा है। जवाहर चौक पर 45 मीटर का रोड तैयार होने के बाद सीधे बाणगंगा की ओर बढ़ेगा। भविष्य में बाणगंगा पर ब्रिज की योजना है, जिससे ये सीधे स्मार्ट रोड पर मिल जाएगी। यानी श्यामला हिल्स, मुख्यमंत्री आवास, हिंदी भवन व पॉलीटेक्निक जाने के लिए ये सीधा रास्ता होगा।
इससे रोजाना चार लाख से अधिक लोगों को लाभ होगा। स्मार्ट सिटी के प्रभारी इंजीनियर ओपी भारद्वाज का कहना है कि रास्ता तैयार हो गया है, लोग आवाजाही कर रहे हैं। हालांकि अभी इसमें चौराहा तैयार होने के बाद कुछ और काम है, उसके बाद ही इसका औपचारिक शुभारंभ होगा।
45 मीटर चौड़ी रोड
2.7 किमी लंबी है प्लेटिनम प्लाजा से जवाहर चौक तक
40 करोड़ का बजट है
जून 2017 में शुरू काम
मई 2018 में पूरा होना था
मार्च 2020 तक औपचारिक शुभारंभ होने
की उम्मीद
197 दुकानें हटा दीं, आर्च ब्रिज के दो व स्मार्ट रोड के 22 मकान नहीं हटे
शहर में निर्माण प्रोजेक्ट्स पूरे करने कार्रवाई के दो रंग नजर आ रहे हैं। बुलेवार्ड स्ट्रीट का काम पूरा करने चार दिन में स्मार्ट सिटी की टीम ने बाधक 197 दुकानें व 31 मकान हटा दिए। उधर, स्मार्ट सिटी आर्च ब्रिज पूरा होने में बाधक दो मकान नहीं टूट पाए। पॉलीटेक्निक चौराहा से डिपो चौराहा तक की स्मार्ट रोड में 90 मीटर में स्थित 22 मकानों को नहीं हटा पा रहे। लोगों का कहना है कि कार्रवाई में राजनीतिक रसूख की वजह से अलग-अलग रंग नजर आ रहे हैं।
जवाहर चौक व्यापारियों ने दिया इंजीनियर पर एफआईआर का आवेदन
ज वाहर चौक के व्यापारियों ने गुरुवार को टीटी नगर थाने में जाकर स्मार्ट सिटी के प्रभारी इंजीनियर ओपी भारद्वाज व इंजीनियर सीएस मिश्रा के खिलाफ एफआईआर का आवेदन दिया। आरोप लगाया कि बिना पूर्व नोटिस दुकानों में तोडफ़ोड़ की। सामान टूट गया।
मुआवजा दिलाया जाए। इनके खिलाफ तोडफ़ोड़ मामले में प्रकरण दर्ज कर कार्रवाई की जाए। दरअसल, बुधवार को स्मार्ट सिटी टीम ने जवाहर चौक के आसपास की सभी 197 दुकानों को तोड़ दिया। शाम को संबंधित व्यापारी आक्रोशित होकर इंजीनियरों के पीछे डंडे लेकर दौड़। गुरुवार को इनके खिलाफ एफआईआर का आवेदन दिया। जवाहर चौक व्यापारी संघ के राकेश गुप्ता का कहना है कि स्मार्ट सिटी के अफसर मनमानी कर रहे हैं।