आयुर्वेद ने भी इसे माना कारगर
ये नुस्खे प्राचीन समय से कारगर माने जाते हैं और इनसे कोई साइड इफेक्ट भी नहीं होता। आयुर्वेद में भी इस नुस्खे को विशेष स्थान प्राप्त है। इसमें कहा गया है कि, नुस्खे का नियमित सेवन करने से कुछ ही दिनों में इस गंभीर समस्या से छुटकारा मिल जाता है। आइये जानते हैं हाथ पैर सुन होने की इस समस्या से जुड़ी कुछ ख़ास बाते और इसका उपचार।
हो सकता है लकवा
आमतौर पर हाथ पैर सुन्न होने की समस्या गलत तरीके से बैठने के कारण होती है। क्यूंकि एक ही अवस्था में ज्यादा देर बैठने से शरीर की नसें दब जाती हैं, जिससे शरीर के उस अंग का रक्त संचार अवरुद्ध हो जाता है। ऐसा खून की कमी से भी होता है। जिसमें शरीर के कई अंगों पर नियमित रक्त प्रवाह ना होने के कारण हाथ पैर सुन्न हो जाते है। हालांकि, ज्यादा समय तक एक ही स्थान पर बैठे रहने पर हाथ पैर सुन्न होते है, तो ये तो समान्य बात है लेकिन अगर थोड़े समय के अंतराल में आपके हाथ पैर सुन्न रहते है, तो ये आपकी सेहत के लिए ठीक नहीं है। इससे आपको आने वाले समय में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। ये समस्या ज्यादा बढ़ जाए तो इससे लकवा भी हो सकता है। इस समस्या से निपटने के लिए हम आपको एक कारगर और सस्ता नुस्खा बताएंगे जिसके सेवन से आप कुछ ही दिनों में इस समस्या से छुटकारा पा लेंगे। तो आइये जानते हैं, उस कारगर नुस्खे के बारे में…।
नुस्खे की सामग्री
-दाल चीनी- 1 ग्राम
-साबुत काली मिर्च- 10 ग्राम
-तेज़ पत्ता- 10 ग्राम
-मगज- 10 ग्राम
-मिश्री- 10 ग्राम
-अखरोट- 10 ग्राम
-अलसी- 10 ग्राम
नुस्खा बनाने का तरीका
इन सभी चीजों का मिश्रण बनाकर पीस लें। सभी चीजों मिलने के बाद ये करीब साठ ग्राम हो जाएगा। इस पावडर के सात पेकेट बना लें और रोज़ाना सोते समय दूध के साथ इसमें से एक पुड़िया का सेवन करें। आपका ये नुस्खा सप्ताह भर के लिए है। इससे लाभ दिखाई देने पर आप एक सप्ताह का नुस्खा और बना सकते हैं। कुछ ही दिनों में आपको इस समस्या से छुटकारा मिल जाएगा।