इस संबंध में उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि, संभाग, जिला और तहसील मुख्यालयों पर स्थित महाविद्यालयों में पदस्थ शिक्षकों की वीक्षकीय कार्य के लिए ड्यूटी एक महाविद्यालय से दूसरे महाविद्यालय में लगाई जाए। एक वर्ष यदि किसी शिक्षक की ड्यूटी किसी महाविद्यालय में लगाई जाती है तो आगामी वर्ष उसी महाविद्यालय में उनकी ड्यूटी पुन: न लगाई जाकर अन्य महाविद्यालय में लगाई जाना सुनिश्चित हो। अनुदान प्राप्त महाविद्यालय में स्थापित परीक्षा केन्द्रों में पर्यवेक्षक का कार्य शासकीय महाविद्यालय के शिक्षकों से ही कराया जाए।
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नकल पर होगा एक्शन
मंत्री यादव ने ये भी कहा कि, वीक्षकों की कमी होने पर शोधार्थियों से भी वीक्षकीय कार्य लिया जाए। प्रत्येक परीक्षा केन्द्र पर राजस्व और पुलिस विभाग से संबंधित कार्यपालक अधिकारियों की ड्यूटी भी सुनिश्चित की जाए तथा जिला स्तर पर पर्याप्त संख्या में उडनदस्तों का भी गठन किया जाए। उन्होंने कहा कि परीक्षा केन्द्रों पर नकल से संबंधित प्रकरणों पर कड़ाई से कार्यवाही की जाए।
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