गौरतलब है कि शहर में स्मार्टसिटी प्रोजेक्ट शुरुआत से ही लगातार विवादों से घिरा रहा है। जिसके कारण ये लगातार पिछड़ता जा रहा है। कभी जमीन तो कभी किसी अन्य वजह से जमीनी काम शरू नहीं हो पा रहे थे। स्मार्टसिटी डेवलपमेंट कारपोरेशन का दावा है कि तय किए गए कामों को जल्द से जल्द शुरू किया जाएगा
इन प्रोजेक्ट का मुख्यमंत्री करेंगे भूमिपूजन
इंटेलीजेंट ट्रांसपोर्ट सिस्टम – इस सिस्टम से लोगों को पब्लिक ट्रांसपोर्ट की अत्याधुनिक तकनीक से जानकारी मिलेगी। हाई रिज्योलूशन कैमरों से ट्रैफिक मैनेजमेंट होगा और सुरक्षा पुख्ता होगी।
सरकारी आवास बनेंगे – होटल पलाश के सामने करीब 200 करोड़ रुपए से तीन हजार सरकारी आवास का निर्माण कार्य शुरू होगा। इन आवासों को सरकारी कर्मचारियों के लिए बनाया जा रहा है और निर्माण के बाद संपदा को आवंटन के लिए सुपुर्द किया जाएगा।
कंट्रोल-कमांड सेंटर – स्मार्टसिटी की सभी योजनाओं को एक ही जगह से कंट्रोल करने के लिए सेंटर बनाया जा रहा है। इसमें राज्य स्तरीय इंटीग्रेटेड डाटा सेंटर होगा यानि हर आंकड़ा एक क्लिक पर उपलब्ध होने की स्थिति बनेगी।
इन्क्यूबेशन सेंटर – भोपाल लिविंग लैब के तौर पर एक इन्क्यूबेशन सेंटर की शुरूआत होगी। यहां स्टार्टअप्स की ट्रेनिंग दी जाएगी। ये शहर के नए उद्यमों के लिए प्रायमरी स्कूल की तरह होगा, जहां उन्हें विकसित होने में पूरी मदद और मौका दिया जाएगा।
स्मार्टसिटी में करीब 7000 करोड़ रुपए के काम होना है। समय कम है और प्रोजेक्ट काफी। नए के साथ पुराने प्रोजेक्ट पर पूरा ध्यान है और समय पर काम पूरा करने की कोशिश की जा रही है।
– चंद्र्रमौली शुक्ला, सीईओ, स्मार्टसिटी डेवलपमेंट कारपोरेशन