75 फीसदी कब्रिस्तानों का अस्तित्व खत्म
श हर के 75 फीसदी कब्रिस्तानों का अस्तित्व लगभग ही खत्म हो गया। बिजली, पानी, सुरक्षा बाउंड्रीवाल सुरक्षा के दरवाजों सहित कई बुनियादी इंतजाम की कमी से अधिकांश कब्रिस्तान का वजूद ही शहर से मिट गया है। सफाई अभियान के साथ पौधरोपण भी जमीयत उलेमा बीते एक माह से सफाई अभियान में जुटी है। शहर के कई कब्रिस्तानों से कचरा और कबाड़ हटाया गया।
मांग: प्रशासन सुधारे कब्रिस्तानों के हालात ज मीयत उलेमा ने कब्रिस्तानों की बिगड़ते हालात को सुधारने वक्फ बोर्ड और नगर निगम को पत्र लिखा है। जमीयत के इमरान हारून ने बताया कि 17 या 18 मार्च को शबे बरात होगी। इस दिन बड़ी सख्ंया में लोग कब्रिस्तान आते हैं। वर्तमान में कई कब्रिस्तान का नामो निशान तक बाकी नहीं रहा। कब्जों के कारण ये लगभग खत्म हो गए। हालात ये हैं कि कब्रों के आसपास दुकानें चल रही हैं। वहीं कई जगह तो पक्के निर्माण कर दिए गए। यहां की सुरक्षा की जिम्मेदारी वक्फ बोर्ड की है। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। इसी को देखते हुए अभियान के साथ ही प्रशासन से भी मांग कर रहे हैं कि हालात सुधारे जाएं।