Bhopal Heavy Rain Continuous: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में भरपूर बारिश होने का फायदा इस बार यह रहेगा कि अगले 2 साल यानी 2026 तक भी अगर मानसून डगमगा जाए, तो भी पीने के पानी की कमी नहीं होगी। शहर के 85 वार्डों में रहने वाले 25 लाख नागरिकों को 2 साल तक आसानी से जलापूर्ति की जा सकेगी।
भोपाल नगर निगम का दावा है कि वाटर सप्लाई के प्रमुख जलस्रोत बड़ा तालाब, कोलार, केरवा, कालियासोत, नर्मदा में पर्याप्त पानी स्टोर किया जा चुका है। बता दें कि अभी मानसून सीजन के कुछ दिन और बाकी हैं। ऐसे में इन्हें बार-बार खाली करने की नौबत आ रही है।
मानसून सीजन (Monsoon Season) में अभी तक चार बार प्रमुख जलस्रोत के गेट खोलकर हजारों लाखों लीटर पानी डिस्चार्ज किया जा चुका है। इसके बावजूद सभी प्रमुख जलस्रोत फुल वॉटर टैंक लेवल पर बने हुए हैं। नगर निगम शहर के मौजूदा जल शोधन संयंत्रों के जरिए यह पानी अगले दो साल आराम से सप्लाई करने का दावा कर रहा है।
मौसम वैज्ञानिक अभिजीत चक्रवर्ती ने बताया कि आंध्र प्रदेश और ओडिशा के समुद्र तट पर लो प्रेशर एरिया सिस्टम सक्रिय है। वहीं, मानसून ट्रफ जैसलमेर से एमपी से सीधी होते हुए आगे की ओर गुजर रही है।