ज्योतिर्लिंगों से सुसज्जित सेल्फी जोन, भव्य सांस्कृतिक मंच के साथ ही विभिन्न प्रदेशों के झूले बच्चों और बड़ों के लिए रोमांचक होंगे। मेला समिति के अध्यक्ष सुनील यादव ने बताया कि विगत सात वर्षों से मेले का सफल आयोजन किया जा रहा है। 28 नवंबर से शुरू होने वाले इस मेले में राजधानी भोपाल सहित आसपास क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोग परिवार सहित पहुंचेंगे। महामंत्री हरीश कुमार राम ने बताया कि मेले में 400 से ज्यादा छोटी-बड़ी दुकानें होंगी।
मेले में दिखेगा जीवंत डायनासोर
मेले में इस बार करोड़ों वर्ष पहले विलुप्त हो चुके डायनासोर को जीवंत रूप में दिखाया जाएगा। यह बाड़े में चलने फिरने के साथ ही अन्य गतिविधियां भी करेगा। बच्चों को विलुप्त हो चुके डायनासोर के बारे में जानकारी दी जाएगी।
ग्रेट जैमिनी सर्कस, अफ्रीकन कलाकार भी आएंगे
राजधानी में पहली बार ग्रेट जैमिनी सर्कस के कलाकार अपनी हैरतअंगेज कलाओं का प्रदर्शन करेंगे। सर्कस में अफ्रीकन कलाकार अपनी कलाओं से लोगों का मनोरंजन कराएंगे। साथ ही प्रदेश के विभिन्न शहरों से चुनिंदा 10 बैंड की प्रस्तुतियां होंगी। इसके साथ डबल डेकर मौत का कुआं में करतब दिखाने वाले कलाकार लोगों में रोमांच भरेंगे।
बाहर से आएंगे कलाकार
मेले में आयोजित होने वाले सांस्कृतिक आयोजनों में बॉलीवुड के जाने माने कलाकारों द्वारा कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी जाएगी। दस राज्यों के कलाकार अपने-अपने राज्यों की कला और सांस्कृतियों से लोगों को रूबरू कराएंगे, तो कवि सम्मेलन में देश के जाने माने कवि लोगों को गुदगुदाएंगे। साथ ही सूफी नाइट का आयोजन किया जाएगा। सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में प्रदेश के साथ ही स्थानीय कलाकारों को मंच दिया जाएगा।
विभिन्न प्रदेशों के झूले होंगे मुख्य आकर्षण
मेले का मुख्य आकर्षण बच्चों और बड़ों के लिए अत्याधुनिक रोमांचक झूले होंगे। मेले में देश का सबसे बड़ा झूला रोलर कोस्टर, टॉवर, रेंजर, ऑक्टोपस, ब्रेक डांस, एरोप्लेन, मिनी ट्रेन, पिग्गी ट्रेन, कटर पिलर, फ्रीज व्हील, बड़ी नाव, ड्रेगन, टोरा-टोरा, चाँद-तारा, बाउंसी, चाईना बाउंसी, वॉटर वोट, जम्पिंग, चकरी आकर्षक झूला स्विंग ईट, मौत का कुंआ, स्टाइकिंग कार, घोस्ट हाउस और रंग-विरंगे कई झूले जो बच्चों को लुभाएंगे। स्पीड की दुनिया में सबसे तेज भागता झूला ट्वीस्टर व्हील सहित कई प्रकार के झूले मेले में आकर्षक का केंद्र रहेंगे।